Ratan Tata Health Update: रतन टाटा की तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है, जिसके बाद उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रॉयटर्स ने आज यानी 9 अक्टूबर को दो जराए के हवाले से बताया कि रतन टाटा की हालत गंभीर है. 7 अक्टूबर को भी ऐसी ही खबरें आई थीं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालांकि, कुछ घंटों बाद रतन टाटा ने एक बयान में कहा था कि वह अपनी उम्र और उससे जुड़ी मेडिकल स्थितियों के चलते नियमित मेडिकल जांच करवा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि उनकी तबीयत बिल्कुल ठीक है. अब एक बार फिर उनकी सेहत को लेकर यह खबर सामने आई है.


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पहली बार 1991 में बने थे टाटा कंपनी के चेयरमैन
गौरतलब है कि रतन टाटा साल 1991 में कंपनी के चेयरमैन बने थे. उन्होंने अपने परदादा और टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के जरिए 100 साल से भी पहले स्थापित टाटा समूह को 2012 तक चलाया. उन्होंने 1996 में टाटा टेलीसर्विसेज की स्थापना की. जबकि साल साल 2004 में उन्होंने आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की शुरुआत की. 


चेयरमैन की उपाधि से किया गया है सम्मानित 
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, पद छोड़ने के बाद उन्हें टाटा संस, टाटा इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और टाटा केमिकल्स के मानद चेयरमैन की उपाधि से सम्मानित किया गया. वहीं, रतन टाटा को देश के दो सर्वोच्च नागरिक आवार्ड से नवाजा गया है. साल 2008 में पद्म विभूषण और 2000 में  पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है.


रतन टाटा का कहा हुआ था जन्म
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को बॉम्बे अब मुंबई में हुआ था. वह नवल टाटा के बेटे हैं. उनकी नानी हीराबाई टाटा की बहन थीं, जो टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा की बीवी थीं, उन्होंने 8वीं कक्षा तक कैंपियन स्कूल, मुंबई में पढ़ाई की, उसके बाद कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल, मुंबई और बिशप कॉटन स्कूल, शिमला में पढ़ाई की। 1955 में उन्होंने न्यूयॉर्क शहर के रिवरडेल कंट्री स्कूल से स्नातक किया. साल 1959 में उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से Architecture की पढ़ाई की थी.