Ratan Tata Death: भारतीय उद्योग की दुनिया में रतन टाटा बिजनेस दृष्टिकोण और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के लिए जाने जाते हैं. हालांकि, उनका शादी न करना अकसर चर्चा का विषय रहा है. इसको लेकर काफी बातें भी की जाती हैं. 28 सितंबर सन 1937 में एक पारसी परिवार में जन्में रतन ने टाटा ग्रुप को एक अलग ऊचाइंया देने का काम किया. इस ग्रुप की नीव जमशेदजी टाटा ने रीखी थी, जिसे रतन टाटा ने बड़ी मज़बूती से आगे बढ़ाया.


रतन टाटा की एजुकेशन


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रतन टाटा की शुरुआती पढ़ाई मुंबई में हुई थी. इसके बाद वह अमेरिका तले गए, जहां उन्होंने आर्किटेक्ट की पढ़ाई की और हार्वर्ड्स से मैनेजमेंट की पढ़ाई की. 1962 में रतन टाटा ने टाटा ग्रुप में काम करना शुरू किया. बाद में, वह टाटा ग्रुप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने लगे. साल 1991 में उन्होंने टाटा ग्रुप के चेयरमैन का पद संभाला और अपने नेतृत्व में उन्होंने कई बड़े फैसले लिए


आखिर क्यों रहे रतन टाटा कुंवारे


रतन टाटा के पास पैसों, खानदान और इज्जत की कोई कमी नहीं थी, लेकिन वह फिर भी कुंवारे रहे. इससे जुड़े सवाल कई बार रतन टाटा से भी पूछे गए. कहा जाता है कि रतन टाटा को एक लड़की से प्यार था, लॉस एंजलिस में मिली इस लड़की से बात शादी तक पहुंच गई थी, लेकिन रतन टाटा को हिंदु्स्तान आना पड़ा.


रतन टाटा ने सुनाई थी प्यान की कहानी
एक इंटरव्यू में रतन टाटा बताते हैं कि वह लॉस एंजिल्स में मौजूद एक आर्किटेक्चर फर्म में काम करने के दौरान एक लड़की से मिले थे. वह मिले और देखते ही देखते उन्हें प्यार हो गया. उस लड़की के साथ शादी करके टाटा सेटल होना चाहते थे, लेकिन इसी बीच उन्हें अपनी बीमार दादी की देखभाल के लिए भारत आना पड़ा और फिर वह वापस नहीं जा सके.


लड़की को बुलाया था भारत


इस दौरान सोचा कि वो लड़की भारत आ जाए लेकिन तभी भारत-चीन के बीच जंग छिड़ गई और उस प्रेमिका के माता पिता ने भारत नहीं भेजा. नतजीतन रिश्ता टूट गया. ऐसा टूटा कि फिर कभी जुड़ नहीं पाया.


सिमी ग्रेवाल से भी जुड़ता है टाटा का नाम


टाटा का नाम सिमी ग्रेवाल संग भी जुड़ा. सिमी के टॉक शो में टाटा ने बताया था कि कैसे वह एक बार उनके साथ समुद्र तट पर टहल रहे थे और उस पल की शांति ने उन्हें काम से जुड़ी टेंशन से मुक्त कर दिया था. खुद ग्रेवाल ने भी एक मीडिया ग्रुप से अपने संबंधों का खुलासा किया था.