Bihar News: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के करीबी रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री RCP सिंह ने दीवाली के दिन अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान किया है. उन्होंने इस पार्टी का नाम 'आप सब की आवाज' रखा है. 


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पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस में नई पार्टी बनाने की घोषणा करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज दीपावली है और दीप जलाया जाता है। यह दीप घरों को तो रोशन करता ही है, यह दीप आशा भी जगाता है. इसलिए, मैंने अपनी पार्टी का जो नाम रखा है, शॉर्ट में नाम ही आशा है. इसके फुल फॉर्म में पार्टी का नाम 'आप सब की आवाज' है.


आसीपी सिंह ने क्या कहा?
उन्होंने पार्टी के झंडे की जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी का झंडा आयताकार होगा और इसमें तीन रंग होंगे. सबसे ऊपर हरा रंग होगा, बीच में पीला रंग होगा और सबसे नीचे नीला होगा. बीच में जो पीला रंग है, उसी में जब इलेक्शन कमीशन हमें चिन्ह देगा तो वह बीच में काले रंग में अंकित होगा.


उन्होंने दावा करते हुए कहा कि हमारी पार्टी का संविधान दूसरे पार्टियों से अलग होगा. भारतीय संविधान के प्रति शपथ लेनी होती है, जो भारतीय संविधान की मूल भावना है देश की एकता, अखंडता है. संविधान में जितनी महत्वपूर्ण भावनाएं हैं, जो सिद्धांत हैं, उसे हम लोगों ने अपनी पार्टी के संविधान में शामिल किया है. 2025 का जो इलेक्शन होगा, उसमें हमारे साथी जो मजबूती से लड़ना चाहते हैं, वह चुनाव लड़ेंगे.


कितने सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 140 सीट पर चुनाव लड़ने के लिए हम लोग तैयारी कर रहे हैं. बिहार में 2016 से शराबबंदी हुई है फिर भी आज-कल पूरे बिहार में लोग अलग-अलग तरह से नशा कर रहे हैं. शराबबंदी से सरकार को हजारों करोड़ का नुकसान होता है.


कौन हैं आरसीपी सिंह
आरसीपी सिंह आईएएस अधिकारी रहे हैं. उनका सीएम नीतीश कुमार से काफी करीबी रिश्ता था. वह केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री भी रहे. हालांकि, बाद में नीतीश कुमार से मनमुटाव के बाद उन्होंने बीजेपी की सदस्यता भी ग्रहण की थी.


क्या आरसीपी सिंह बनेंगे बीजेपी के हनुमान
वहीं आरसीपी सिंह के पार्टी बनाने के फैसले को लेकर राजनीतिक विश्लेषक शम्स अजीज का कहना है कि आरसीपी सिंह ने बीजेपी के इशारे पर पार्टी बनाने का फैसला किया है. क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान बीजेपी के हनुमान बन गए थे और जेडीयू को कमजोर करने के लिए उन्होंने बिहार में जेडीयू उम्मीदवार के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा था. जिससे जेडीयू को भारी नुकसान हुआ. क्योंकि अब बिहार में कोई भी पार्टी ऐसी नहीं है जो बीजेपी के हनुमान की भूमिका निभा सके.


बीजेपी बन सकती है सबसे बड़ी पार्टी
उन्होंने आगे कहा कि चिराग पासवान जेडीयू के साथ बीजेपी गठबंधन का हिस्सा हैं. इसलिए इस बार वो बीजेपी के हनुमान नहीं बन सकते. ऐसे में माना जा रहा है कि RCP सिंह नीतीश से अपना बदला लेने के लिए जदयू के खिलाफ अपना उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारेंगे. जिससे जदयू कमजोर होगी और बीजेपी मजबूत होगी. ऐसे में अगर बहुमत बीजेपी गठबंधन को मिलता है, तो यकीनन बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है और सीएम पद पर उनकी नजर होगी.