RUN FOR UNITY: आज मुल्क के अलग-अलग राज्यों 'रन फॉर यूनिटी' को हरी झंडी दिखाई गई. दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार पटेल को खिराजे अकीदत पेश की और कहा,"यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सालों तक सरदार पटेल को भुलाने की कोशिश की गई. सालों तक उन्हें भारत रत्न के सम्मान से वंचित रखा गया. लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करके सरदार पटेल की स्मृति को जीवित रखने का काम किया है."


क्यों होता है 'रन फॉर यूनिटी'


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रन फॉर यूनिटी का आयोजन राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने और लोगों को एकजुटता के लिए एक साथ आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता है. यह 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित किया जाता है, जो भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और रियासतों को भारत में इकट्ठा करने में एक अहम शख्स थे.


एकता, विविधता और मजबूती का प्रतीक


'रन फॉर यूनिटी' राष्ट्र के एक दिशा में आगे बढ़ने और एक साझा लक्ष्य की ओर काम करने का प्रतीक है. यह एकता, विविधता और एक मजबूत, एकजुट भारत के दृष्टिकोण के महत्व पर भी जोर देता है. केंद्र सरकार ने 2014 में राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत की थी. इस दिन का मकसद सामुदायिक सेवा और स्वयंसेवा को बढ़ावा देना भी है.


देश के अलग-अलग हिस्सों से दौड़ की तस्वीरें सामने आ रही हैं. युवा इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. आर्मी, पुलिस और आम लोग 'रन फॉर यूनिटी' का अहम हिस्सा होते दिख रहे हैं.