Rishi Sunak: लिज ट्रस के इस्तीफा देने के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने ऋषि सुनक से आम जनता को बहुत सी उम्मीदें थीं और उन्होंने सत्ता में आने से पहले कई बड़े वादे किए थे लेकिन ऐसा लग रहा है कि वो ज्यादा दिनों तक इस पद पर नहीं बने रह पाएंगे. हाउस ऑफ लॉर्डस की सत्ता में बैठी कंजर्वेटिव पार्टी के सहकर्मी और पार्टी के सबसे बड़े वित्तीय दानदाताओं (Financial Donor) में से एक लॉर्ड पीटर क्रुडास ने साफ तौर पर कहा है कि कुछ गड़बड़ होने जा रहा है, क्योंकि हाउस के मेंबर्स ऋषि सुनक को नहीं चाहते. उनकी राह में कई मुश्किलें हैं. 


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द ऑब्जर्वर के ज़रिए छापे गए ताजा ओपिनियम पोल में इशारा दिया गया कि चरम दक्षिणपंथी रिफॉर्म पार्टी ने अपना समर्थन बढ़ाया है. इसे एक इशारे के तौर पर पढ़ा जाता है कि ब्रेक्सिट हिमायत और कम टैक्स पसंद करने वाले रूढ़िवादी वोटर्स बेहतर की तरफ बह सकते हैं.


कौन हैं दावा करने वाले क्रुडास:
लॉर्ड पीटर क्रुडास ने कंजर्वेटिव पार्टी को 3.5 मिलियन पाउंड से ज्यादा की रकम दान दी है. उन्होंने जुलाई में इस्तीफा देने के लिए मजबूर किए जाने के बाद बोरिस जॉनसन को प्रधानमंत्री के तौर पर वापस लाने के लिए अक्टूबर में एक कदम की हिमायत की थी.


बता दें कि बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद ब्रिटेन में हुए चुनाव में लिज ट्रस और ऋषि सुनक के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ था. इस चुनाव में ऋषि सुनक आगे चल रहे थे. हालांकि आखिर में उन्हें लिज ट्रस ने शिकस्त दे दी थी. लिज ट्रस महज़ 45 दिनों के लिए इस पद पर बनी रहीं और उसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. लिज ट्रस के बाद ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बने. सुनक को संसद के 150 से ज्यादा मेंबर्स ने अपनी हिमायत दी. ऋषि सुनक के सामने पेनी मोर्डांट उम्मीदवार हो सकती थी, लेकिन उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया.


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