राजद के मुस्लिम नेता का दावा, `ओवैसी को संसद में BJP नेता से पिटने से बचाया`, फिर भी की नमकहरामी!`
Patna News: पटना में `इंडिया` गठबंध के प्रत्याशी व राजद नेता ने ओवैसी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमानों की कितनी दयनीय हालत है सब को पता है. ओवैसी BJP और संघ का विरोध करते हैं और साथ भी उसी का देते हैं.
Bihar News: राजद नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ओवैसी भाजपा और संघ का विरोध करते हैं और उसी का साथ भी देते हैं. पूरा देश और बिहार के अंदर AIMIM का जो रोल है वह जनता जानती है.
मधुबनी से "इंडिया" गठबंध के प्रत्याशी ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत में मुसलमानों की कितनी दयनीय हालत है सब को पता है, ओवैसी BJP और संघ का विरोध करते हैं और साथ भी उसी का देते हैं. किसी राज्य में चुनाव हो वो चुनाव लड़ते हैं, लेकिन ना तो उनकी पार्टी के पास न संगठन है और ना ही वो कोई काम करते हैं. इसके बावजूद भी वो हर जगह उम्मीदवार खड़ा करके सेकुलर जमात को नुकसान पहुंचाते हैं और वोट को खराब करते हैं.
संसद में मैंने बचाया, लेकिन...
पूर्व सांसद ने कहा कि दो बार पार्लियामेंट के अंदर ओवैसी को भाजपा के सदस्यों से शारिरीक रूप से बचाने का काम मैंने किया और मैंने इसके खिलाफ कभी नहीं बोला. लेकिन उन्होंने मेरे खिलाफ उमीदवार उतारा. फुलवारी और पाटलिपुत्र में उमीदवार देने का को औचित्य नहीं है. इनका विरोध हैदराबाद में भी होने लगा है.
ओवैसी पूरी तरह से एक्सपोज हो गए हैं; फातमी
उन्होंने कहा कि वह कूद कर बिहार और उत्तर प्रदेश गए हैं, इन्होंने ठेका ले लिया है "इंडिया" गठबंधन में प्रत्याशियों को हराने का. वो संघ को गाली देकर भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिला लेते हैं. लेकिन वो पूरी तरह से एक्सपोज हो गए हैं. इनका संघ परिवार और बीजेपी से अच्छा रिश्ता है ये बस दिखाने के लिए उनके खिलाफ बोलते हैं.
बीजेपी पुलिस अफसर के ऊपर दबाव बनाकर लोगों को मधुबनी निर्वाचन क्षेत्र में परेशान कर रही है.मतदान के 6 दिन पहले मुझे खबर मिली की अल्पसंखयक वोटर को निकलने नहीं दिया जा रहा है, मुस्लिम वोटरों की पिटाई की गई ताकि वोटिंग परसेंटेज गिर जाए. चुनाव के दिन जाले के भाजपा एमएलए पोलिंग स्टेशन पर घुस कर बुर्का वाले को चेक करो, दाढ़ी वाले को चेक करो करने लगे.
तीसरे फेज में कुछ बच्चों को उठाया लिया गया है. यह सिर्फ एक गांव में नहीं बल्कि कई गांव में ये घटना हुई है. उनका ये टारगेट था कि मुस्लिम वोटरों को वोट नहीं देने दो. ये प्लानिंग के तहत उन्होंने किया है, जिसमें वे कुछ हद तक ये कामयाब भी हुए. ये सब पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने दबाव बनाकर करवाया है. पूरे मुल्क में बुर्का जिहाद करके ये मामले बनाया जा रहा है. पुलिस पर दबाव बनाकर पूरे इलाके के लोगों को डराया और धमकाया जा रहा है. बीजेपी इलेक्शन तक इसे मुद्दा बनाकर रखना चाहती है.
क्या है बुर्का मामला
बतातें चलें कि लोकसभा चुनाव 2024 के बीच बिहार में बीजेपी ने बुर्के की आड़ में वोट जिहाद के इल्जाम लगाए हैं. छठे फेज की वोटिंग से ठीक एक दिन पहले 24 मई को पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने पटना में कहा था कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग हो रही हैं. फर्जी वोटर आई कार्ड लेकर बुर्का पहनी महिलाएं पोलिंग स्टेशन में पहुंच रही हैं और मत डालकर आसानी से निकल जा रही हैं.