पत्रकार बनकर अतीक पर हुआ था हमला, अब दिल्ली में वकील के ड्रेस में आए अपराधी ने कोर्ट परिसर में महिला को मारी गोली
Saket Court Firing Woman shot at inside Saket court: यह मामला दिल्ली के साकेत कोर्ट का है. महिला को दो गोली मारी गई है, लेकिन अभी वह जिंदा है. हमलावर को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई है. बताया जा रहा है कि आरोपी पूर्व में वकील रह चुका है और उसका आपराधिक इतिहास भी रहा है.
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पत्रकार बनकर आए अपराधियों ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को पुलिस अभिरक्षा में गोली मार दी थी. वहीं, शुक्रवार को दक्षिण दिल्ली में साकेत कोर्ट के अंदर एक महिला को वकील बनकर आए अपराधी ने दिन-दहाड़े गोली मार दी. पुलिस ने बताया कि महिला अपने वकील के साथ कोर्ट से बाहर आ रही थी तभी वकील के ड्रेस में आए एक शख्स ने उसे गोली मार दी. घायल महिला एम. राधा की उम्र लगभग 40 साल है और उसकी हालत स्थित बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान निलंबित वकील कामेश्वर सिंह के रूप में की गई है. पुलिस के मुताबिक घटना सुबह करीब साढ़े दस बजे की है. घटना के मद्देनजर, वकीलों ने राजधानी के अदालत परिसरों में सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई है.
कोर्ट परिसर की सुरक्षा पर उठ रहे हैं सवाल
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) चंदन चौधरी ने बताया कि गोली महिला के पेट में और एक हाथ में लगी है. हादसे के बाद उसे फौरन मैक्स साकेत अस्पताल ले जाया गया थ. डीसीपी ने कहा, "मुल्जिम की पहचान कर ली गई है. उसे बार काउंसिल द्वारा बैन भी कर दिया गया है. आरोपी ने पीड़िता के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया था और सुनवाई आज साकेत अदालत में होनी थी. चश्मदीद रणजीत सिंह दलाल के मुताबिक, कुल 4-5 राउंड फायरिंग की गई और आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद कोर्ट कैंटीन के पिछले हिस्से से फरार हो गया." डीसीपी ने कहा, "मुल्जिम को पकड़ने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है, और आगे की जांच जारी है." वहीं, इस घटना के बाद कोर्ट परिसर में सुरक्षा के सवाल खड़े हो गए हैं. मेटल डिटेक्टर और सुरक्षा अधिकारियों द्वारा तलाशी के बावजूद एक शख्स हथियार लेकर कोर्ट में घुस जाता है और गोली चला देता है..
केजरीवाल ने की कानून-व्यवस्था की स्थिति की आलोचना
कोर्ट परिसर में गोली मारने की घटना के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति की आलोचना की है. केजरीवाल ने ट्वीट किया, "दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है. दूसरों के काम में अड़ंगा डालने और हर मुद्दे पर गंदी राजनीति करने के बजाय सभी को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए. अगर जिम्मेदारी नहीं संभल पा रहे हैं, तो इस्तीफा दे देना चाहिए. लोगों की सुरक्षा को जोखिम में नहीं छोड़ा जा सकता है.
लॉयर्स एसोसिएशन ने जताई चिंता
उत्तरी दिल्ली लॉयर्स एसोसिएशन के महासचिव वकील विनीत जिंदल ने कहा, "जिला अदालतों में सुरक्षा में चूक वादियों और वकीलों के लिए बड़ी चिंता का विषय है. दिल्ली हाईकोर्ट ने भी सुरक्षा चूक पर ध्यान दिया है और दिल्ली पुलिस को निर्देश जारी किया था, लेकिन सुरक्षा के मुद्दे अभी भी बरकरार है. दिल्ली की अदालतों को अद्यतन गैजेट के साथ एक प्रत्यायोजित सुरक्षा इकाई की जरूरत है, तभी हम अदालत परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं." उन्होंने कहा, "यह जरूरी है कि न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और वादकारियों को न्यायिक प्रक्रिया के दौरान उनकी सुरक्षा की गारंटी हो.इस तरह की जानलेवा घटनाओं का न्यायिक प्रणाली पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ रहा है."
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