Sanjauli Mosque: हिमाचल प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस नेता अनिरुद्ध सिंह को शिमला में संजौली मस्जिद के कथित अवैध निर्माण की जांच की मांग करने पर अपनी ही पार्टी के विधायकों के विरोध का सामना करना पड़ा. हिमाचल विधानसभा में बोलते हुए मंत्री ने दावा किया कि इस मुद्दे ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया है. इस मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए दूसरे मंत्री भी अनिरुद्ध सिंह के रुख से सहमत नहीं दिखे.


क्या बोले अनिरुद्ध सिंह


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ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने सवाल उठाया कि क्या मस्जिद खोलने से पहले प्रशासन से अनुमति ली गई थी. उन्होंने कहा, "उन्होंने बिना इजाजत के निर्माण शुरू कर दिया. यह एक अवैध कंस्ट्रक्शन था. पहले एक मंजिल बनाई गई, फिर बाकी बनाई गईं." मंत्री ने आगे कहा, "उन्हें अवैध गतिविधियों में लिप्त रहने की आदत है. उन्होंने 5 मंजिला मस्जिद बनाई. इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए."


हाल के दिनों में हिमाचल प्रदेश में मस्जिद का निर्माण गरमागरम बहस का मुद्दा रहा है. कथित अवैध निर्माण के बारे में अब तक करीब 44 सुनवाई हो चुकी हैं, लेकिन कोई फैसला नहीं आ पाया है. मंत्री ने आगे कहा कि संजौली बाजार इलाके में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं.


कांग्रेस विधायक हरीश जनार्थ ने किया विरोध


कांग्रेस विधायक हरीश जनार्था ने विधानसभा में मंत्री की टिप्पणियों का विरोध करते हुए कहा कि इलाके में कोई तनाव नहीं है. उन्होंने कहा कि मस्जिद मूल रूप से 1960 से पहले बनाई गई थी और वक्फ बोर्ड की जमीन पर 2010 में तीन अतिरिक्त मंजिलें "अवैध रूप से" जोड़ी गई थीं.


मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने राज्य के समावेशिता के इतिहास पर जोर देते हुए गुजारिश की कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण न किया जाए. उन्होंने कहा, "हमें इस मुद्दे पर सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए. हम सभी की भावनाओं का सम्मान करते हैं और न्याय के साथ काम करेंगे. सरकार कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी. हमारा राज्य देवभूमि है... धर्म के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. कानून को अपना काम करने दें."