Bihar news: बिहार जहां विपक्ष एक तरफ महाबैठक की तैयारी कर रही है वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार को बड़ा झटका लगा है. हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे जो वर्तमान में बिहार सकार में मंत्री था आज उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है. जी हां हम बात कर रहे हैं मंत्री संतोष सुमन की जिन्होंने आज मंत्री विजय चौधरी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपको बता दें कि नीतीश कुमार के कवायद में पटना में इसी महिने 23 तारीख को विपक्ष की एक महाबैठक होना है. इस बैठक हम पार्टी को दूर रखा गया था. मीडिया रिपोर्ट में ये बात सामने आई की इस बैठक में हम पार्टी को किनार करना जीतन राम मांझी को अच्छा नहीं लगा और वे नीतीश कुमार से नाराज चल रहे थे.


बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री पद पर थे
संतोष सुमन बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के पद पर थे.और संतोष सुमन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा का जदयू में विलय करना चाहते थे.


इस्तीफा से महागठबंधन को कोई असर नहीं- लेशी सिंह 
संतोष ने कहा कि BJP में जाएंगे या नहीं आनो वाले दिनों में फैसला करेंगे. लेकिन मेरी पूरी कोशिश है कि में महागठबंन के साथ बना रहूं. संतोष सुमन के इस फैसले पर धमदाहा से विधायक और बिहार सरकार में मंत्री लेशी सिंह ने कहा कि इस इस्तीफा से महगटबंधन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. 


रोज खाएं अंजीर रहे निरोग, इसमें है अनोखे गुण



लोकसभा में पांच सीट की मांग
इससे पहले हम के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने संकेत देते हुए कहा था कि अगर लोकसभा में पांच सीट उनकी पार्टी को नहीं मिलती है तो वो आने वाला 2024 लोकसभा चुनाव किसके साथ लड़ेगा उस पर विचार करेंगे. कुछ समय बिहार के सीएम ने मांझी को गले लगाकर भरोसा दिया था. लेकिन उसके बावजूद भी मांझी समय समय पर नीतीश कुमार पर निशाना साधते दिखे हैं. और मांझी कई बार कहते हैं कि हम उनके साथ हैं. 


ये गरीबों की पार्टी है- त्रिपाठी
हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुमार त्रिपाठी के मुताबिक पार्टी की विलय की बात हो रही थी. त्रिपाठी ने कहा कि हम बाता देना चाहते हैं कि ये पार्टी गरीबों की पार्टी है जो सिर्फ गरीबों के रक्षा के लिए बनी है.इसी कारण से गरीबों के हितों और कार्यकर्ताओं के सम्मान को देखते हुए हुए संतोष कुमार सुमन ने अपने पद से इस्तीफा दिया है.