Hamza Yusuf resigns: स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री हमजा यूसुफ ने अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने से पहले ही आज यानी 29 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया है. इससे कुछ दिन पहले ही हमजा की अगुआई वाली स्कॉटिश नेशनल पार्टी ने नीतिगत मुद्दों पर तनातनी होने के बाद ग्रीन पार्टी से गंठबंधन तोड़ लिया था. पाकिस्तानी मूल के 39 साल के हमजा ने पिछले साल मार्च में स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री का पद संभाला था. इस पद को संभालने वाले वह पहले मुस्लिम लीडर हैं. स्कॉटलैंड सरकार का सारा कामकाज प्रथम मंत्री ही संभालते हैं. यह पद पीएम के समान माना जाता है.


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हमजा यूसुफ ने बढ़ते नीतिगत मतभेदों के बीच पिछले हफ्ते ग्रीन पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ लिया था, जिसके चलते उनकी अल्पमत सरकार पर संकट आ गया था. ग्रीन पार्टी ने विपक्षी दलों कंजर्वेटिव, लेबर और लिबरल डेमोक्रेट के साथ मिलकर दो अविश्वास प्रस्तावों का समर्थन किया, जिसमें प्रथम मंत्री हमजा यूसुफ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव शामिल था.


क्या कहा हमजा यूसुफ ने?
युसूफ ने कहा, ‘‘इस सप्ताह अविश्वस प्रस्तवा पास होने की उम्मीद थी और मैं सिर्फ सत्ता बनाए रखने के लिए अपने मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता करने को तैयार नहीं हूं.’’ एडिनबर्ग में स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री के आधिकारिक निवास ‘ब्यूट हाउस’ में दिए गए अपने संबोधन में यूसुफ ने कहा, ‘‘मुझे अफसोस है कि प्रथम मंत्री के रूप में मेरा कार्यकाल खत्म हो रहा है, लेकिन मैं अपने मुल्क की अगुआई करने का अवसर पाने के लिए बहुत आभारी हूं, मैं बहुत भाग्यशाली हूं, क्योंकि यह मौका बहुत कम लोगों को मिलता है.’’


प्रथम मंत्री ने ऋषि सुनक ने बारे में क्या कहा?
पाकिस्तनी और केन्याई मूल के यूसुफ ने ब्रिटेन की विविधता को सराहा और अपने संबोधन में ऋषि सुनक को ब्रिटेन के पहले हिंदू पीएम के रूप में संदर्भित किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘अब हम ब्रिटेन में रहते हैं, जहां एक ब्रिटिश हिंदू पीएम ऋषि सुनक हैं, लंदन के एक मुस्लिम मेयर (सादिक खान) हैं, वेल्श के प्रथम मंत्री (वॉन गेथिंग) एक अश्वेत हैं और कुछ वक्त के लिए एक स्कॉटिश एशियाई (यूसुफ) प्रथम मंत्री हैं.’’ हालांकि, यूसुफ अपने पद पर तब तक बने रहेंगे, जब तक कि स्कॉटलैंड की संसद में उनके जगह पर प्रथम मंत्री का चयन नहीं हो जाता है.