Shimla Mosque: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में भीड़ ने मस्जिद का घेराव कर लिया, उनका आरोप है कि यह मस्जिद अवैध तरीके से बनाई गई थी. पहले तो लोगों ने संजौली बाजार में विरोध प्रदर्शन किया, इसके बाद वह मस्जिद के बाहर इकट्ठा हो गए. यह प्रदर्शन काफी देर तक चलता रहा.


कैसे शुरू हुआ पूरा मामला


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यह मामला दो लोगों के बीच लड़ाई के बाद शुरू हुआ था. दरअसल इलाके में एक शख्स ने एक दुकानदार की पिटाई कर दी. पीड़ित के सिर में 14 टांके लगे. पिटाई करने वाला मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखता था, जिसने यशपाल को बुरी तरह से पीटा. स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी के खिलाफ अटेम्प्ट टू मर्डर की धाराओं के तहत मामला दर्ज होना चाहिए. इसी मामले के बाद से यह पूरा विवाद शुरू हुआ.


दरअसल संजौली और आसपास के इलाके वाले डेमोग्राफी को लेकर काफी फिक्रमंद हैं. बाजार में मार्च के बाद मस्जिद के घेराव ने माहौल को और गर्म कर दिया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.



पुलिस ने क्या कहा?


नगर निगम शिमला के आयुक्त भूपेंद्र अत्री ने बताया मस्जिद जिम्मेदारान को एक फ्लोर बनाने की इजाजत दी गई थी. इसके बाद तीन और मंजिल अवैध तौर पर बना दी गईं. जिसका केस कोर्ट में भी चल रहा है. पहले इस मामल में एक शख्स को पार्टी बनाया हुआ था, अब इसमें वक्फ को पार्टी बना दिया गया, क्योंकि जमीन का मालिकाना हक वक्फ बोर्ड के पास ही है.


भूपेंद्र अत्री ने कहा कि मामला शनिवार को सुना जाना है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया जब से मामला कोर्ट में है तब से यहां कोई निर्माण नहीं हुआ है. एसपी संजीव कुमार गांधी ने कहा कि हम यहां किसी भी असमाजिक तत्व को पनपने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि अटेंप्ट टू मर्डर के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. इस पूरे मामले की जांच रतन नेगी करेंगे.