Shraddha Murder Case: श्रद्धा के क़त्ल कांड के आरोपी आफताब का पोलीग्राफ टेस्ट आज भी जारी रहेगा. गुरुवार को साढ़े 9 घंटों तक दिल्ली के FSL में आफताब का पोलीग्राफ टेस्ट हुआ, लेकिन ये पूरा नहीं सका. पोलीग्राफ टेस्ट से पहले आफताब का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण (Psychological Analysis) किया गया. इसके जरिए आफताब की ब्रेन मैपिंग की कोशिश की गई. जिस श्रद्धा हत्याकांड ने देश को दहला दिया, उसके गुनहगार का सच सामने लाने के लिए सबसे टेस्ट काफी मददगार साबित हो सकता है. 


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गुरुवार को साढ़े 9 घंटे तक हुई पॉलीग्राफी
टेस्ट के पहले दिन यानी गुरुवार को दिल्ली के रोहिणी में फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी यानी एफएसएल में आफताब पूनावाला का पोलीग्राफ टेस्ट हुआ. करीब साढ़े नौ घंटों तक आफताब से सवाल जवाब किए गए लेकिन जिस हत्याकांड का खुलासा होने में ही छह महीने लग गए, उसकी तह तक पहुंचने के लिए शायद ये वक्त कम था. इसलिए पॉलीग्राफ टेस्ट आज भी जारी रहेगा. पॉलीग्राफ टेस्ट का अमल मंगल को ही शुरू कर दिया गया था, जब इसका शुरुआती सेशन किया गया.


हर सवाल पर की गई आफताब की मॉनिटरिंग
ज़राए के मुताबिक पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान पूछे जाने वाले सवालों की लिस्ट जांच अधिकारी ने विशेषज्ञ डॉक्टरों को सौंप दी. जिसके बाद हर सवाल पर आफताब की मॉनिटरिंग शुरू हो गई. आफताब के हर जवाब के साथ उसके ब्लड प्रेशर, धड़कन और नब्ज के उतार-चढ़ाव और मनोविज्ञान पर विशेषज्ञों की नज़र टिक गई. पॉलीग्राफ टेस्ट से पहले आफताब का PAT टेस्ट यानी मनोवैज्ञानिक विश्लेषण टेस्ट किया गया. ये टेस्ट इसलिए भी ज़रूरी था क्योंकि इतना संगीन गुनाह करने के बावजूद आफताब को किसी तरह का पछतावा नहीं है. वो शुरू से ही काफी नॉर्मल बर्ताव कर रहा है. बिलकुल शांत और बेफिक्र नज़र आ रहा है. 


कब होगा नार्को टेस्ट
आफताब का नार्को टेस्ट कब होगा, ये इस बात पर भी मुनहसिर (निर्भर) कर सकता है कि वो इस टेस्ट के लिए मेडिकली फिट है या नहीं. पोलीग्राफ टेस्ट के बाद नार्को टेस्ट का अमल लंबा है. अगर ज़रूरी हुआ तो रिमांड खत्म होने के बाद न्यायिक हिरासत में भी आफताब का नार्को टेस्ट हो सकता है.


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