Sonia Gandhi Nomination: सोनिया गांधी ने फाइल किया राज्यसभा के लिए नामांकन; जानें क्यों लिया ये फैसला
Rajya Sabha election 2024: सोनिया गांधी ने राज्यसभा के लिए नॉमिनेशन फाइल कर दिया है. उन्होंने राजस्थान पहुंचकर यह नामांकन दाखिल किया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.
Sonia Gandhi Nomination: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है, उनके साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहे. सोनिया गांधी सुबह अपने दिल्ली आवास से निकलीं और 10 बजे जयपुर पहुंचीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनिया गांधी ने हेल्थ प्रोब्लम्स की वजहों से राज्यसभा में जाने का फैसला किया है. उनके लिए अपने लोकसभा क्षेत्र का दौरान करना काफी मु्श्किल हो रहा था.
सोनिया गंधी ने राज्य के लिए नॉमिनेशन फाइल किया
जब वह राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गंधी भी मौजूद रहे. इस दौरान राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत भी मौजूद रहे. बता दें नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है थी. राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को होना है. बता दें, हिमाचल प्रदेश से अभिषेक मनु सिंघवी, बिहार से अखिलेश प्रसाद सिंह और महाराष्ट्र से चंद्रकांत हंडोरे को कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है।
अशोक गहलोत ने किया स्वागत
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी के राज्यसभा से नामांकन का स्वागत किया और कहा कि सोनिया हमेशा राजस्थान से जुड़ी रही हैं. "हम कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में आदरणीय श्रीमती सोनिया गांधी जी की घोषणा का हार्दिक स्वागत करते हैं." गहलोत ने सोनिया गांधी की राज्य की कई यात्राओं को याद करते हुए एक्स पर पोस्ट किया है.
सोनिया गांधी ने राजस्थान को चुना
कांग्रेस ने एक बयान जारी कर राजस्थान से सोनिया गांधी, बिहार से अखिलेश प्रसाद सिंह, हिमाचल प्रदेश से अभिषेक मनु सिंघवी, महाराष्ट्र से चंद्रकांत हंडोरे को नामांकित किया है. सोमवार को मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, अजय माकन, सलमान खुर्शीद, केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में पार्टी नेताओं की एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह संकेत दिया गया कि सोनिया गांधी पहली बार चुनाव मैदान छोड़कर उच्च सदन में जा सकती हैं. रिपोर्टों में कहा गया है कि राजस्थान के अलावा, पार्टी के पास उनके लिए विकल्प के रूप में हिमाचल प्रदेश था, लेकिन गांधी ने राजस्थान को चुना.