मेरा `हिंदू धर्म एक धोखा है` कहने पर विवाद क्यों? सपा नेता ने इन लोगों से पूछा सवाल
Swami Prasad Maurya: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जब सुप्रीम कोर्ट के जज, पीएम मोदी और मोहन भागवत कहते हैं कि हिंदू धर्म, धर्म नहीं है तो बवाल नहीं होता है.
Swami Prasad Maurya: समाजवादी पार्टी के नेता ने एक बार फिर हिंदू धर्म के ताल्लुक से विवादित बयान दिया है. उन्होंने हिंदू धर्म पर निशाना साधते हुए कहा कि "हिंदू धर्म, धर्म नहीं, धोखा है." उनके मुताबिक हिंदू धर्म लोगों के लिए एक धोका है. उनके मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में कहा था कि "हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं, बल्कि जिंदगी जीने का तरीका है." उनके मुताबिक RSS चीफ मोहन भागवत ने भी कहा कि "हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है बल्कि जिंदगी जीने की एक कला है."
मेरे कहने पर हंगामा
मौर्या ने कहा कि पीएम मोदी ने भी कहा कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं... उनका कहना है कि जब ये लोग हिंदू धर्म पर ऐसे बयान देते हैं तो कोई कुछ नहीं कहता है, जब हम ऐसे बयान देते हैं तो भूचाल आ जाता है. स्वामी प्रसाद मौर्या ने इल्जाम लगाया कि "वोट देने के लिए हम हिंदू हैं. हिंदू के नाम पर वो वोट लेते हैं. सत्ता में लौटने के बाद हम हिंदू नहीं रह जाते."
हिंदुओं को नहीं मिलता आरक्षण
सपा नेता के मुताबिक "SC/ST/OBC आरक्षण नहीं है. अगर हिंदू मानते तो आरक्षण नहीं देते. अनुसूचित आरक्षण खत्म कर दिया है." मौर्या के मुताबिक "जुल्म वहीं होता है, जहां जुल्म सहने वाले लोग होते हैं." मौर्या के मुताबिक संसद से सांसदों को निलंबित करना तानाशाही है.
पहले भी दिया विवादित बयान
इससे पहले सपा नेता ने एक बार और हिंदू धर्म पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने रामचरित मानस को लेकर बयान दिया था. लखनऊ में एक प्रोग्राम को खिताब करते हुए मौर्या ने कहा था कि "हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं बल्कि धोखा है." उन्होंने आगे कहा था कि "सही मायने में जो ब्राह्मण धर्म है, उसी ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म कहकर इस देश के दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों को अपने धर्म के मकड़जाल में फंसाने की एक साजिश है."
इस तरह की खबरें पढ़ने के लिए zeesalaam.in पर जाएं.