NEET Row: जंतर-मंतर से हिरासत में लिए गए 12 छात्र; परीक्षा में अनियमितता के लिए संसद की तरफ कर रहे थे मार्च
Student Protest: हाल ही में कई परीक्षाओं में अनियमितता को लेकर छात्रों ने प्रर्शन किया. आज जब छात्र संसद की तरफ मार्च निकालने लगे तो उन्हें हिरासत में लिया गया. कुल 12 छात्रों को हिरासत में लिया गाय है.
Student Protest: कई प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के विरोध में संसद की ओर मार्च करने का प्रयास कर रहे 12 से अधिक छात्रों को मंगलवार को हिरासत में लिया गया. "इंडिया अगेंस्ट एनटीए" के बैनर तले विभिन्न संगठनों से जुड़े छात्र यहां पटेल चौक मेट्रो स्टेशन पर एकत्र हुए और "एनटीए विरोधी" नारे लगाने लगे. "केंद्रीय शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करो" और "एनटीए को खत्म करो" जैसे नारे लिखे पोस्टर और बैनर लेकर छात्रों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा में पेपर लीक और भ्रष्टाचार के कथित मामलों के खिलाफ प्रदर्शन किया.
संसद की तरफ मार्च निकाल रहे थे छात्र
दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को उस समय हिरासत में ले लिया, जब वे अपनी मांगों को लेकर संसद की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन करने के बाद छात्र पटेल चौक मेट्रो स्टेशन पर एकत्र हुए, जहां से उन्होंने संसद की ओर मार्च करना शुरू किया. ऐसा करने की कोशिश कर रहे 12 से अधिक छात्रों को हिरासत में लिया गया."
दोबारा हो परीक्षा
विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के दलों के छात्र संगठनों ने मंगलवार को नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना की. छात्रों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए सभी 24 लाख उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित किये जाने की अपनी मांग दोहराई. प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में छात्र संगठनों के राष्ट्रीय नेताओं ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) की तरफ से आयोजित परीक्षा में विसंगतियों के खिलाफ एक साझा प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित कराने में नाकाम रहने की वजह से परीक्षा एजेंसी को खत्म करने की मांग पर जोर दिया.
कई संगठन थे मौजूद
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सहित समाजवादी छात्र सभा और कांग्रेस की छात्र शाखा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) सहित छात्र संगठनों के राष्ट्रीय नेता मौजूद थे. उन्होंने आरोप लगाया कि एनटीए की “निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से परीक्षा आयोजित करने में असमर्थता” के कारण लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में है और उन्होंने मांग की कि सभी उम्मीदवारों के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक की नयी तारीखें तुरंत जारी की जाएं. छात्रों ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को खत्म करने और परीक्षा में पेपर लीक और भ्रष्टाचार की कथित घटनाओं को लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की भी मांग की.
NTA के खिलाफ धरना
आपको बता दें कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित परीक्षाओं राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी), नीट-पीजी (स्नातकोत्तर) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (यूजीसी नेट) में अनियमितता को लेकर "इंडिया अगेंस्ट एनटीए" के बैनर तले विभिन्न छात्र संगठन यहां जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. उनका प्रदर्शन मंगलवार को सातवें दिन भी जारी रहा और आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए संसद तक मार्च निकालने का आह्वान किया गया.