कोलकाता: पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम (Nandigram) के करीब कांथी में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया था, इस दौरान बीजेपी के नेता शुवेंदु अधिकारी समेत 16 विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों ने पीएम मोदी के साथ इस मंच में मौजूद थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: ये प्रत्याशी चुनाव जीता तो देगा 3 मंजिला घर, एक करोड़ रुपए और एक iPhone!


पीएम मोदी की ये जनसभा 40 एकड़ ज़मीन में हुई थी. अपनी जमीन पर मोदी की सभा के लिए अनापत्ति प्रमाणत्र देने वालों में एक सुशील दास भी हैं. इससे पहले इसी सुशील दास ने लोकसभा चुनाव के दौरान गृहमंत्री अमित शाह की सभा के लिए अपनी जमीन दी थी लेकिन इसके लिए सुशील दाल को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी.


अमित शाह की सभा के लिए अपनी जमीन देने पर बंगाल पुलिस ने सुशील दाल के साथ अपराधियों जैसा सुलूक किया था. सभा के एक दिन बाद ही संबंधित थाना से सुशील दास के पास बुलावा आया. फिर उसके बाद एक थाना से दूसरे थाने उसको घुमाया जाता रहा. फिर गैर जमानती धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया. बाद में बड़ी मुश्किल से सुशील दाल को जेल से रिहाई मिली.


ये भी पढ़ें: यूपी पुलिस ने 40 मस्जिदों को प्लास्टिक की शीट से ढका, जानिए वजह


उस घटना को याद करके सुशील दाल काफी भावुक हो जाते हैं. उनका कहना है कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उन्हें सिर्फ इसलिए जेल जाना पड़ेगा कि उन्होंने अमित शाह की सभा के लिए अपनी जमीन दी थी. उनका कहना है कि क्या सभा के लिए किसी को अनापत्ति प्रमाणत्र देना गलत है. सुशील दाल ने बताया कि बंगाल में उनकी तरह लाखों कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया, उनके साथ अपराधियों जैसा सुलूक किया गया. ऐसे लोगों में ममता खिलाफ गुस्सा है, वे हुकूमत की तबदीली चाहते है. उनका कहना है कि इस चुनाव के जरूर तबदीली आएगी, लोग ममता को उसका जवाब देने के लिए तैयार है.


Zee Salam Live TV: