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सांसदों के निलंबन और संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर रुख अपनाए हुए है. विपक्षी गठबंधन इंडिया के सांसद संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च किया. यह मार्च 143 सांसदों के निलंबन के खिलाफ निकाला गया. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई में विपक्षी सांसदों ने संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च किया. विपक्षी सांसदों ने एक बड़ा बैनर ले रखा था.  जिस पर ‘लोकतंत्र बचाओ’ लिखा था. वहीं  खरगे ने दावा किया, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह संसद से जुड़े विषयों पर सदन के बाहर बोल रहे हैं, जो विशेषाधिकार हनन का मामला बनता हैं. 


उन्होंने पत्रकारों से कहा कि निलंबन के खिलाफ हमारा प्रदर्शन है. सरकार और मोदी जी यह नही चाहते कि सदन चलें. खरगे ने कहा हम लोकसभा में संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना से जुड़ा विषय उठाना चाहते थे. क्यों हुआ, कैसे हुआ और इसके लिए कौन जिम्मेदार है. हम चाहते थे, कि सरकार सदन को इस बारे में बताए. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों सदन में नहीं आए. वे सदन में जिन बातों को कहना है, उन्हें बाहर बोल रहे हैं. उन्होंने बताया कि निलंबन के मुद्दे को लेकर विपक्षी नेता जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.


विपक्ष के 143 सांसद किए जा चुके हैं निलंबित
गौरतलब है कि 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर विपक्ष मोदी के खिलाफ सरकार आक्रमक दिखाई दे रहा है. विपक्ष की मांग है कि सुरक्षा की चूक मामले में सदन में चर्चा की जाए और गृह मंत्री अमित शाह घटना पर जवाब दें. जिसको लेकर संसद की कार्यवाही के दौरान विपक्ष सदन में हंगामा कर रहा है. लोकसभा के 13 सांसद और राज्यसभा से एक सांसद को निलंबित किया गया था. वहीं, लोकसभा से 33 और राज्यसभा से 45 सासंदों को निलंबित किया गया था.