क्या बिना कोई फिजिकल एक्टिविटी किए आपकी हथेली पर भी पसीना आता है? अगर सर्दी के मौसम में आप भी इस समस्या से जूझ रहे है तो इसको हल्के में न लें. यह शरीर में लिवर की खराबी का संकेत हो सकता है. डॉक्टरों के मुताबिक, हथेलियों पर अगर बेवजह पसीना आ रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकी यह लिवर में किसी परेशानी का एक संकेत हो सकता है. अगर आप इस समस्या से जूझ रहे है तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. क्योंकि अगर बीमारी का पता समय पर चल जाएं तो इलाज कराने में आसानी होती है.


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दिल्ली में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ अजय कुमार ने बताया हैं कि अगर हथेली पर पसीना आता है तो यह फैटी लिवर का संकेत हो सकता है, हालांकि सभी मामलों में ये लक्षण फैटी लिवर के नहीं होते हैं. कुछ केस में हथेलियों पर पसीना आने की वजह ओवर एक्टिव सिबेसियस ग्लैंड्स भी होता है. इस वजह से लोगों की स्किन बहुत ज्यादा ऑयली हो जाती है. इसी वजह से हथेलियों पर पसीना आ जाता है. इस केस में डॉक्टर का ट्रीटमेंट बहुत जरूरी होता है. डॉक्टर सिबेसियस ग्लैंड्स को कंट्रोल करने की मेडिसिन देते हैं, जिससे हाथों की हथेलियों पर पसीना आना कंट्रोल हो जाता है.


बढ़ रही फैटी लिवर की समस्या


दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में डॉक्टर अजित जैन बताते हैं कि वर्तमान समय में फैटी लिवर बहुत सामान्य बीमारी बन गई है. अब कम उम्र में भी लोग इस रोग के शिकार हो रहे हैं. फैटी लिवर पहले तो एक साधारण समस्या होती है, लेकिन बाद में इससे लिवर सिरोसिस का खतरा भी बनता है. जो लोग शराब नहीं पीते हैं, उन्हें भी अब फैटी लिवर हो रहा है. इसकी मेन वजह खानपान की गलत आदत और बढ़ता मोटापा है. देखा जाता है कि जिन लोगों का वजन बढ़ता जा रहा है, उन्हें फैटी लिवर की समस्या हो जाती है.


कैसे करें बचाव


डॉक्टर जैन बताते हैं कि फैटी लिवर के बीमारी को नियंत्रित करने के लिए खानपान पर नियंत्रण लाना जरूरी. इसके लिए आपको नमक और मैदा का सेवन कम करना होगा. साथ ही, नियमित रूप से व्यायाम करना भी जरूरी है. फास्ट फूड से दूर रहें और यदि खाना पच नहीं रहा है या पेट में अधिक गैस बन रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.