Taliban News: अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद से अलग-अलग फैसले किए जा रहे हैं. अब हाल ही में एक घटना पेश आई है जहां म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स में आग लगा दी गई. ऐसा करने के पीछे तालिबान ने कारण भी बताया है. उनका मानना है कि म्यूजिक की वजह से नैतिक भ्रष्टाचार पैदा होता है. हैरात प्रांक में तालिबानी अधिकारियों ने हजारों डॉलर के म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट में आग लगाई है.


तालिबान ने लगाई हैं कई पाबंदियां


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2021 में सत्ता पर काबिज होने के बाद से तालिबान ने कई तरह की पाबंदियां आयद की हैं. जिसमें पब्लिक में गाना और नाचना भी शामिल है. इसकी काफी लोग आलोचना भी करते हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ म्यूजिक के संस्थापक अहमद सरमस्त इसे "सांस्कृतिक नरसंहार और संगीत बर्बरता" कहा है. सोशल मीडिया पर म्यूजिल इंस्ट्रूमेंट्स को जलाते हुए वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें तबला, हार्मोनियम, एंप्लीफायर और स्पीकर दिखाई दे रहे हैं.


पहली बार नहीं हुआ है ऐसा


यह पहली बार नहीं है कि तालिबान ने कुछ ऐसा किया हो. इससे पहले भी वह कई बार इसी तरह के कदम उठा चुका है. 19 जुलाई को भी तालिबान ने म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स को आग लगा दी थी. तालिबान ने 90 के दशक में अफगानिस्तान पर शासन किया. इस दौरान सभी तरह का म्यूजिक, सोशल गैदरिंग, टेलीवीजन और रेडियो पर पूर्ण तौर पर प्रतिबंध लगा हुआ था.


अफगानिस्तान में म्यूजिक का दौर


लेकिन अफगानिस्तान से तालिबान के शासन के जाने के बाद म्यूजिक का दौर आया. काफी सिंगर्स ने देश में जन्म लिया और एक से बढ़कर एक गाने गाए. लेकिन अगस्त 2021 में तालिबान का शासन आने के बाद काफी सिंगर्स देश छोड़ कर भागना पड़ा. रिपोर्ट्स बताती हैं कि जो सिंगर्स और म्यूजीशियन देश में बचे उन्हें पीटा गया और प्रताड़ित किया गया.


तालिबान ने कड़े नियम


पिछले 2 सालों में तालिबान ने देश में कई कड़े नियम लागू किए हैं. जिनसे खास तौर पर महिलाएं प्रताड़ित हुई हैं. लड़कियों को स्कूल जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. वह केवल कुछ क्लास ही पढ़ सकती हैं. इसके साथ ही उन्हें ऐसे कपड़े पहनने की हिदायत दी गई है जिनमें केवल उनकी आंखे खुली हों. इसके अलावा लड़की के बालिग हो जाने के बाद उन्हें कॉलेज, स्कूल, जिम और पार्क में जाने की इजाजत नहीं है.