सचिवालय की बिल्डिंग को बताया मकबरा, ओवैसी बोले- मंदिर का डिजाइन है सर, PM भी नहीं बनवा सका
Telangana Secretariat Building- तेलंगाना के सचिवालय की नई इमारत बने गुंबदों के मुद्दे पर AIMIM चीफ के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एक यूजर को बड़ा जवाब दिया है. दरअसल यूजर ने बिल्डिंग की बुराई की थी.
Telangana Secretariat Building: तेलंगाना सचिवालय की इमारत पर बने गुंबद को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहला भारतीय जनता पार्टी ने गुंबद बनाने को लेकर सवाल खड़े और कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद उन्हें तोड़ दिया जाएगा. इमारत के निर्माण का काम मुकम्मल होने के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी तस्वीर शेयर की और मुबारकबाद पेश की.
असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना की ने सचिवालय की नई इमारत की तस्वीर शेयर करते हुए सीएमओ को भी टैग किया. उवैसी ने लिखा कि बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर नए तेलंगाना सचिवालय भवन का निर्माण मुकम्मल होने पर मुबारकबाद. इमारत को तेलंगाना की समावेशी विकास गाथा का प्रतीक बने रहना चाहिए. हालांकि ओवैसी के इस ट्वीट पर कुछ लोगों ने बिल्डिंग की बुराई इसलिए करनी शुरू कर दी क्योंकि इमारत में कई गुंबद हैं.
एक यूजर ने ओवैसी के ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा,"मकबरा लग रहा है ओवैसी साहब, किसी की मय्यत मनाने के लिए बनाए हैं क्या?" असदुद्दीन ओवैसी ने इस यूजर के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए तुरंत जवाब दिया. ओवैसी ने लिखा,"सर डिजाइन निजामाबाद में नीलकंठेश्वर स्वामी मंदिर, वनपार्थी संस्थानम के राजा प्रसाद मंदिर और हनुमान मंदिर सारंगपुर गुजरात से प्रेरित था. क्या अब भी कहोगे... आह एक वक्फ रजिस्टर्ड मस्जिद को निर्माण के दौरान अवैध रूप से ध्वस्त कर दिया गया था. जिसे अब फिर से बनाया गया है. जो पुनर्निर्माण का पहला उदाहरण है. सरकार ने तेलंगाना हाई कोर्ट को भी आश्वासन दिया था. ओवैसी ने आखिर में लिखा,"सर इमारत तो खूबसूरत है ये और बात है कि वजीर ए आजम नहीं बनासका.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इमारत में बने गुंबद को लेकर सवाल खड़ा किया गया था. राज्य भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार ने आगामी चुनावों में भाजपा की जीत के बाद गुंबद गिराने की धमकी दी थी. हालांकि सरकार की तरफ से गुंबद को लेकर बयान सामने आया और कहा गया कि गुंबदों को गोपुरम में काकतीय काल के नीलकंटेश्वर स्वामी मंदिर, वानापार्थी संस्थानम (रियासत राज्य) के राजाप्रसादों के डिजाइन और सारंगपुर, गुजरात में हनुमान मंदिर के पैटर्न पर बनाया गया है.