लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ज़िला गाज़ियाबाद (Ghaziabad) से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां के 5वीं में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट ने लॉकडाउन में दादा-दादी की पाबंदियों से नाराज होकर अपने स्कूल (School) के ग्रुप में खुद के अपहरण का मैसेज भेज दिया. जिससे परिवार वालों की परेशानियों में इज़ाफ़ा हो गया.


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गाजियाबाद की साइबर पुलिस (Cyber Police) ने मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस के खुलासे में सामने आया है स्टूडेंट ने अपने अपहरण की झूठी सूचना स्कूल के ग्रुप में डाली थी. मामला जिले के थाना नंदग्राम (Nandgram) क्षेत्र का है. अब गाजियाबाद की साइबर पुलिस ने 15 दिन से चल रहे इस मामले का खुलासा किया है कि इस स्टूडेंट ने ही अपने अपहरण की झूठी खबर फैलाई थी.


दरअसल, थाना नंदग्राम पुलिस को एक तहरीर में तहरीर मिली कि बच्चे के स्कूल ग्रुप पर अपहरण का मैसेज भेजा गया. इस खबर के शिक्षकों और परिजनों को भी लगा कि कोई व्यक्ति इस बच्चे का अपहरण करना चाहता है. वहीं, बच्चे ने भी बताया था कि किसी ने उसका मोबाइल हैक कर लिया है, पुलिस ने इस मामले पर  तुरंत संज्ञान लेकर सर्विलांस टीम को एक्टिव किया.


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पुलिस ने किया खुलासा
इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए साइबर सेल प्रभारी सीओ अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि परिजनों की तरफ से साइबर सेल को एक तहरीर प्राप्त हुई थी. शिकायत में कहा गया है कि बच्चा ऑनलाइन क्लास करता है तो उसकी आईडी और पासवर्ड किसी ने हैक कर लिए हैं. बच्चे को ये भी धमकी दी गई थी कि बच्चे का क्लास छुड़वा दीजिए नहीं तो उसके साथ गलत हो जाएगा.


परिजनों और बच्चे की कराई गई काउंसलिंग
पुलिस ने बताया कि जब इसकी तफ्तीश से जांच पड़ताल की जांच पड़ताल में पता चला कि बच्चा यह काम खुद कर रहा था. पुलिस ने बताया कि उसके परिजनों और बच्चों की काउंसलिंग कराई है और समझा कर उन्हें वापस भेज दिया गया है.


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