लखनऊ: नवाबों का शहर लखनऊ अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए जाना जाता है. पुराने लखनऊ में स्थित बड़ा इमामबाड़ा शहर का मुख्य पर्यटक स्थल होने के साथ एक बड़े धार्मिक स्थल की अहमियत भी रखता है. सोमवार को लखनऊ में हुई तेज़ बारिश के दौरान 200 साल से ज्यादा पुरानी इस मशहूर इमामबाड़े की भुलभुलैया के ऊपर का बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर गया.


बड़े इमामबाड़े में आते हैं देश विदेश से पर्यटक


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देश- विदेश से पर्यटक अदब के शहर लखनऊ में ऐतिहासिक इमारतें निहारने आते हैं कहा जाता है कि बिना बड़ा इमामबाड़ा देखे लखनऊ की सैर अधूरी रहती है. नवाब आसफ- उद- दौला ने यह इमामबाड़ा इमाम हुसैन की अजादारी किए जाने के मकसद से सन 1784 में अवध में पड़े एक अकाल के दौरान बनवाया था, जिसके लिए हुसैनाबाद ट्रस्ट को कायम किया गया था. हुसैनाबाद ट्रस्ट के पास इसकी देखरेख का जिम्मा है. वहीं आर्किलिजिकल सर्व ऑफ इंडिया (ASI) की यह संरक्षित इमारत है. हालांकि जिम्मेदारों द्वारा इस पर्यटक स्थल की अनदेखी की शिकायतें भी खूब उठती और लोगों की नाराज़गी की वजह बनती रही हैं. वहीं थोड़ी देर की हुई बारिश में इमामबाड़े के हुए इस बड़े नुक्सान पर लोग सोशल मीडिया पर चिंता व्यक्त कर रहे है और हुसैनाबाद ट्रस्ट पर बड़े इमामबाड़े की अनदेखी का इल्ज़ाम लगा रहे हैं.


मौलाना यासूब अब्बास ने जताई नाराजगी


वरिष्ठ शिया धर्मगुरु और ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने ऐतिहासिक इबादतगाहो की अनदेखी पर गहरी नाराजगी जताई है. मौलाना यासूब अब्बास का कहना है की यह इतेहासिक इबादतगाहे इमामबाड़े सिर्फ पर्यटक स्थल नहीं बल्कि शिया कौम का सरमाया है और इनको क़तई बर्बाद होने नहीं दिया जाएगा इन इमारतों की हिफाजत के लिए हर मुमकिन कदम उठाया जाएगा.


छोटा इमामबाडा और रूमी गेट भी ख़स्ता हाल


बड़े इमामबाड़े से कुछ दूरी पर बना ऐतिहासिक रूमी दरवाजा अनदेखी का शिकार है इसमें भी कई जगह पर दरारें और प्लास्टर गिर चुका है इसके अलावा ऐतिहासिक छोटा इमामबाड़ा भी बदहाली का बुरी तरह शिकार है इमामबाड़े में बने गुंबद के ऊपर की बुर्जिया ख़स्ता हाल है लेकिन इनका पुरसाने हाल कोई नही है, जबकि इन इमारतों में आने वाले पर्यटकों से अच्छी कमाई होती है.


दो घंटे बंद रहेगा पर्यटकों के लिए भूलभुलाइयां


हुसैनाबाद ट्रस्ट के दरोगा और बड़े इमामबाड़े के इंचार्ज हबीब उल हसन ने बताया कि भारी बारिश के चलते इमामबाड़े को नुक्सान पहुंचा है और भुलभुलैया की मेन एंट्री के ऊपर का हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया. उन्होंने बताया कि इस हादसे में किसी को भी चोट नहीं पहुंची है ASI को सूचित कर दिया गया है. ASI के अधिकारियों की एक टीम बड़े इमामबाड़े पहुंचेगी और मलबे को हटाने के साथ इसकी मरम्मत का नक्शा तैयार करेगी. हबीब उल हसन ने कहा की मंगलवार को दो घंटे इमामाबाड़े की भुलभुलैया को एहतियात के तौर पर बंद रखा जायेगा और यहां पर पर्यटकों के लिए रोक रहेगी.


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