New Delhi: तृणमूल कांग्रेस के लीडर कल्याण बनर्जी ने अपने जन्मदिन पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मिले बधाई संदेश के लिए आज यानी 5 जनवरी को उनकी सराहना की और इसे उनका ‘बड़प्पन’ बताया. संसद के पिछले शीतकालीन सत्र के दौरान बनर्जी ने राज्यसभा सभापति की ‘मिमिक्री’ की थी जिससे राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था.


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कल्याण बनर्जी ने क्या कहा? 
बनर्जी ने पिछली गलतफहमियों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने के महत्व पर भी जोर दिया. बनर्जी बृहस्पतिवार को 67 साल के हो गए. उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मेरे जन्मदिन पर मुझे बधाई देना माननीय उपराष्ट्रपति का हकीकत में बेहतर कोशिश और उनका बड़प्पन है. मैं वास्तव में अभिभूत हूं कि उन्होंने मुझसे और मेरी बीवी से बात की और हमें अपने घर पर रात्रिभोज के लिए न्योता दिया.’’


उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का जताया आभार
यह पूछे जाने पर कि क्या धनखड़ का ये व्यवहार दोनों के बीच संबंधों में सुधार ला सकता है, इस पर श्रीरामपुर के सांसद ने कहा, ‘‘जीवन में हमेशा अतीत की गलतफहमियों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए.’’ TMC सांसद ने जन्मदिन की बधाई के लिए बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर भी धनखड़ का आभार व्यक्त किया था. पिछले महीने तब विवाद खड़ा हो गया था जब बनर्जी ने संसद की सीढ़ियों पर विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के दौरान धनखड़ की नकल की थी.


कल्याण बनर्जी की बीजेपी ने की था कड़ी निंदा
इस घटना की कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने वीडियो-रिकॉर्डिंग की थी. विपक्षी सांसद 140 से ज्यादा संसद सदस्यों को निलंबित किए जाने का विरोध कर रहे थे. बनर्जी के इस कृत्य की बीजेपी ने कड़ी निंदा की थी. धनखड़ एक वरिष्ठ वकील भी हैं. उन्होंने तब सदन में कहा था कि वह संसद या उपराष्ट्रपति के संवैधानिक पद का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. बनर्जी ने बाद में कहा कि ‘मिमिक्री’ अभिव्यक्ति का एक रूप है और असहमति एवं विरोध जताना लोकतंत्र में एक मौलिक अधिकार है.