मेरठः मेरठ जिले में अपनी महज 11 वर्षीय बेटी के चरित्र पर शक होने की वजह से उसे नहर में फेंकने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने लड़की के आरोपी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, बच्ची को अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है, उसकी तलाश की जा रही है.


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पांचवीं कक्षा की छात्रा था बच्ची 
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) केशव कुमार ने इतवार की शाम को बताया कि यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने गंगानगर निवासी बबलू और उसकी पत्नी रूबी को गिरफ्तार कर लिया है. कुमार के मुताबिक, पुलिस दंपति को उस जगह पर लेकर गई, जहां से उन्होंने बेटी को धक्का देने की बात कबूल की है. उन्होंने बताया कि बच्ची की तलाश इतवार की सुबह से जारी है, लेकिन अभी तक वह नहीं मिल सकी है. बच्ची पांचवीं कक्षा में पढ़ती थीं.

लड़कों से बात करने से नाराज थे अभिभावक 
पुलिस के मुताबिक, बच्ची को नहर में फेंके जाने की वजह पूछने पर दंपति ने बताया कि उनकी बेटी लड़कों से बात करती थी, और आपत्तिजनक इशारे करती थी. बबलू और रूबी ने कहा कि उनकी बेटी की संगत गलत थी, इसलिए जब वह नहीं मानी तो उन्होंने उसे नहर में धक्का दे दिया. इस बीच, गंगानगर थाना पुलिस ने बताया कि बबलू मेरठ में ही एक दोपहिया कंपनी में काम करता है. पहले बबलू ने अपनी बेटी के गायब होने का मामला दर्ज कराया था, और कहा था कि वह एक सितंबर की शाम रूबी को दवा दिलाने के लिए घर से निकला था, तब उसकी बेटी भी साथ जाने की जिद करने लगी. 

इस तरह मां-बाप ने उबला राज 
पुलिस के मुताबिक, बबलू और रूबी ने कहा कि वे अपनी बेटी को मोटरसाइकिल पर बैठाकर करीब एक किलोमीटर दूर बर्गर की एक दुकान पर लेकर गए और वहीं से उसे घर वापस भेज दिया, लेकिन जब वह घर नहीं पहुंची, तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करते हुए बच्ची की तलाश शुरू की थी. इसकी जांच में सतर्कता दल को भी लगाया गया था. सतर्कता दल शनिवार रात बबलू के घर पहुंचा और उसने दंपति को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद दोनों ने सच बता दिया. 


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