सरकारी उपेक्षा की शिकार राजस्थान उर्दू अकादमी! ताला खोलने वाल भी कोई नहीं बचा
Rajasthan Urdu Academy: राजस्थान की उर्दू अकादमी में ताला लग गया है. यहां पर महज एक कर्मचारी 30 जून को रिटायर हो गया. अब यहां कोई दफ्तर खोलने वाला भी नहीं है.
Rajasthan Urdu Academy: देश के कई महकमों शिक्षा, स्वास्थ्य और अदालत में कर्मचारियों के कई पद खाली पड़े हैं. कई जगह पर तो आधे से ज्यादा खाली पद पड़े हुए हैं. राजस्थान उर्दू अकादमी का मामला तो एक कदम और आगे है. यहां पर इतने पद खाली पड़े हैं कि अकादमी के बंद होने की नौबत आ गई. कहने का मतलब है कि राजस्थान अकादमी में सारे पद खाली पड़े हैं. यहां दफ्तर पर ताला लग गया है.
उर्दू अकादमी में लगा ताला
राजस्थान के झालाना में मौजूद राजस्थान उर्दू अकादमी में ताला लग गया है. यहां हर कमरे में ताला लगा हुआ है. अब यहां कोई भी शख्स दफ्तर खोलने वाला भी नहीं है. यहां एकमात्र कर्मचारी 30 जून को रिटायर हो गया है. राजस्थान उर्दू अकादमी का गठन 45 साल पहले साल 1979 में हुआ था. इस अकादमी को खोलने का मकसद उर्दू भाषा और साहित्य का विकास करना है. यह अकादमी कला, साहित्य संस्कृति और पुरातत्व विभाग के तहत आती है. इस अकादमी में सचिव का 1, लेखाकार का 1, सीनियर लिपिक का 1, जूनियर लिपिक के 2 और चौथी श्रेणी कर्मचारी के 2 पद स्वीकृति हैं.
30 जून को रिटायर हुआ मुलाजिम
30 जून से पहले यहां एकमात्र मुलाजिम सीनियर लिपिक साजिद खान काम कर रहे थे. वही अकादमी खोलते थे लेकिन अब वह भी 30 जून को रिटायर हो गए. इसके बाद अकादमी में ताला लग गया. अब यहां कोई भी मुलाजिम नहीं बचा है.
खाली पड़े हैं पद
आपको बता दें कि राजस्थान उर्दू अकादमी में 7 पद स्वीकृत हैं, लेकिन सातों पद खाली हैं. इसके अलावा राजस्थान ललित कला अकादमी में 12 पद स्वीकृत हैं, इसमें से 4 पद खाली हैं. राजस्थान संस्कृत अकादमी में 8 पद स्वीकृत हैं, लेकिन यहां 3 पद खाली हैं. राजस्थान सिंधी अकादमी में 6 पद स्वीकृत हैं. खाली पदों पर एक डिपूटेशन लगा है. तीन मुलाजिम संविदा पर रखे गए हैं. राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी में 6 पद स्वीकृत हैं, लेकिन 3 पद खाली पड़े हैं.
मुस्कुराते रहिए
राजस्थान अकादमी के 3 कमरों में ताला लगा है, लेकिन यहां पर एक कागज पर एक ऐसा पैगाम लिखा है, जो लोगों को चिढ़ा रहा है. इस पैगाम में लिखा है कि "आप उर्दू अकादमी में हैं...मुस्कुराते रहिए...."