ED के निशाने पर हैं विपक्ष के ये बड़े नेता; आखिर क्या है सरकार का इरादा ?
ED raid on opposition Leaders: इस वक्त देश की कई विपक्षी पार्टियों के नेता ईडी जांच का सामना कर रहे हैं. उनपर धनशोधन और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं. हालांकि, विपक्षी नेता ईडी के इस कार्रवाई को विपक्षी की आवाज कुचलने की साजिश बता रहे हैं.
नई दिल्लीः विपक्षी दल के नेता लगातार सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग विपक्ष के नेताओं को फंसाने, कमजोर करने और अपने रास्ते से हटाने के लिए कर रही है. पहले सीबीआई को लेकर विपक्ष के नेता सरकार पर इस तरह के आरोप लगाते रहे हैं, लेकिन अब इसमें एक नया नाम प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी का भी जुड़ गया है. मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद पिछले कुछ सालों से ईडी ने कई विपक्षी दलों के नेताओं का यहां छापा मारा है, और उनसे धनशोधन आदि मामलों में पूछताछ की है. ईडी की इस कार्रवाई से अभी सारे विपक्षी दलों में एक तरह से दहशत का माहौल व्याप्त है. विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार ईडी का भय दिखाकर देश में तमाम विपक्षी दलों के नेताओं को डराना चाहती है, उनकी आवाज को कुचलना चाहती है ताकि सरकार की विफलताओं के खिलाफ कोई मुंह न खोले.
पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता की गिरफ्तारी
ताजा मामलों में ईडी ने पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में ममता बनर्जी सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके ठिकानों से ईडी ने लगभग 50 करोड़ रुपये कैश और कारोड़ों की अचल संपित्त के दस्तावेज भी बरामद किए हैं. अभी दोनों को इस मामले में कोर्ट ने 14 दिन की नयायिक हिरासत में भेज दिया है. ईडी के इस छापेमारी के बाद पश्चिम बंगाल में टीएमसी के कई अन्य नेता और मंत्री भी ईडी के निशाने पर हैं.
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी भी कर रहे हैं ईडी जांच का सामना
शिक्षक भर्ती घोटाले में टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी ईडी जांच का सामना कर रहे हैं. अभिषेक बनर्जी प्रदेश में कोयले घोटाले के मामले में ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं. बनर्जी पर इल्जाम है कि आसनसोल में ईस्टर्न कोलफील्ड्स की पट्टों पर दी गई खदानों में नियमों का उल्लेघन किया गया है. इसमें कथित तौर पर 1,300 करोड़ रुपये के अवैध लेन-देन का पता चला है.
नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल से पूछताछ
दूसरी तरफ ईडी ने नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और उससे पहले राहुल गांधी से भी लंबी पूछताछ कर चुकी है. नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी दोनों ईडी के निशाने पर हैं. कांग्रेस के इन दोनों नेताओं पर नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड के अधिग्रहण में धोखाधड़ी करने का इल्जाम है. इस कंपनी में 76 फीसदी शेयर सोनिया और राहुल गांधी के नाम है, जबकि बाकि के 24 फीसदी शेयर अन्य डॉयरेक्टर्स के पास है.
संजय राउत भी ईडी जांच में फंसे
शिवसेना सांसद संजय राउत भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी की जांच के दायरे में है. उन पर मुंबई के गोरेगांव में पात्रा चॉल घोटाले का केस है. इस परियोजना में कथित तौर पर अनियमितता का आरोप है. इस मामले में संजय राउत और उनकी पत्नी वर्षा राउत दोनों ईडी के निशाने पर हैं. पिछले दिनों ईडी ने संजय राउत को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. 31 जुलाई को शिवसेना सांसद संजय राउत के घर से ईडी ने 11.50 लाख रुपये भी बरामद किए थे.
आप नेता सत्येंद्र जैन पर भी ईडी के निशाने पर
आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन भी इस वक्त हिरासत में हैं ओर ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं. पिछले 30 मई को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 2017 में दर्ज एक केस के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग के इल्जाम में आप नेता को गिरफ्तार किया था. उन पर जमीन खरीदने में काले धन का पैसा लगाने का इल्जाम है. बाद में उनकी पत्नी को भी इस मामले में पूछताछ के लिए हिरसत में लिया गया था.
फारूक अब्दुल्ला से भी पूछताछ कर रही है ईडी
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद फारूक अब्दुल्ला मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं. यह केस जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ में 113 करोड़ रुपये की अनियमितता से जुडा हुआ है. इस कथित घोटाले के वक्त फारूख अब्दुल्ला जेकेसीए के अध्यक्ष थे. दिसंबर 2020 में ईडी ने फारूख अब्दुल्ला की 11.86 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क कर ली थी.
एनसीपी के कई नेता भी ईडी जांच के घेरे में
महाराष्ट्र में एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री अजित पवार भी ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं. एनसीपी नेता नवाब मलिक को भी ईडी ने गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके कुछ गुर्गों के साथ बेनामी संपत्ति के लेन-देन के लिए गिरफ्तार किया है.
पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी
पंजाब के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी भी ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं. चन्नी पर साल 2018 में उनके भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के अवैध रेत खनन मामले में संलिप्तता के लिए ईडी उनसे पूछताछ कर रही है.
हेमंत सोरेन के करीबी पर ईडी की नजर
झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कई करीबी अफसर और नेता भी ईडी के निशाने पर हैं. उनसे ईडी ने पूछताछ की है.
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