Hathras Stampede: भोले बाबा के ब्लैक कमांडो की इस हरकत से मची भगदड़, SDM की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
Hathras Stampede Update: हाथरस जिले में 2 जुलाई को एक सत्संग का आयोजन किया गया था, जिसमें भगदड़ मचने से 131 लोगों की मौत हो गई. जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए. इस हादसे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.
Hathras Stampede Update: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 2 जुलाई को एक सत्संग का आयोजन किया गया था, जिसमें भगदड़ मचने से 131 लोगों की मौत हो गई. जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए. इस हादसे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, हादसे के बाद एसडीएम को जांच की जिम्मेदारी दी गई थी. अब एसडीएम ने हादसे की जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है. जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, सत्संग खत्म होने के बाद भीड़ भोले बाबा तक पहुंचने की कोशिश कर रही थी, लेकिन भोले बाबा के सेवादारों और निजी सुरक्षाकर्मियों (ब्लैक कमांडो) ने खुद धक्का-मुक्की शुरू कर दी. जिसके बाद समागम स्थल पर भगदड़ मच गई. जिससे लोग जमीन पर गिर पड़े और हादसे का शिकार हो गए.
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
एसडीएम की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्संग में 2 लाख से ज्यादा भीड़ थी. भोले बाबा करीब दोपहर 12.30 बजे सभा स्थल पहुंचे थे और उनका कार्यक्रम 1 घंटे तक चला था. 1.40 बजे भोले बाबा पंडाल से निकल रहे थे, तभी भक्तों के भीड़ ने उनके पैर की धूल छूने के लिए आगे बढ़े. सभा में मौजूद भीड़ में से लोग कूद-कूद कर बाबा के गाड़ी की तरफ दौड़ने लगे, इसी दौरान बाबा के निजी सुरक्षाकर्मी और सेवादारों ने खुद ही धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी. जिसमें कुछ लोग नीचे गिर गए. इसके बाद लोग एक दूसरे को कुचलते हुए आगे निकल गए.
एक-दूसरे के ऊपर चढ़े लोग
रिपोर्ट में कहा गया है कि कई लोग सभा स्थल के सामने खेत की तरफ भागे, लेकिन बलुई खेत थी, जिसमें कई लोग फिसलकर गिर गए, फिर लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए भागते गए, जो इस खेत में नीचे गिरा वह उठ नहीं पाया. इस दौरान कई लोग खेल में दब गए और उनकी जान चली गई. कई लोग इस हादसे में जख्मी हुए थे, जिनको अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
पुलिस ने दर्ज की FIR
हादसे के बाद पुलिस ने मुख्य सेवादार देव प्रकाश और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन पुलिस की इस एफआईआर पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इसमें सत्संग कराने वाले भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है.