यूरोप के दो बड़े देशों को अतंकवादी हमले से दहलाने की बड़ी साजिश रची जा रही थी, जिसका समय रहते पता लगा लिया गया है. यूरोप के देश नीदरलैंड और डेनमार्क में आतंकवादी एक बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में थे. लेकिन हमले से पहले ही अपनी की हुई गलती की वजह से वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए. दराअसल आतंकवादी हमले की पूरी तैयारी कर ली गई थी. लेकिन आखिर वक्त पर डेनमार्क और नीदरलैंड की सुरक्षा एजंसियों द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान में उनकी इस साजिश का भांडा फूट गया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

समय रहते चलाया गया अभियान 
समय रहते अगर अतंकियों को गिरफ्तार न किया गया होता तो न जाने कितने लोगों की जान जा सकती थी. डेनमार्क की पुलिस ने 13 दिसंबर बृहस्पतिवार को यह बताया कि डेनमार्क में की गयी समन्वित कार्रवाई में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि दूसरे देश नीदरलैंड में एक शख्स की गिरफ्तारी हुई है. डेनमार्क की सुरक्षा और इंटेलिजेंस सेवा के संचालन प्रमुख फ्लेमिंग ड्रेजर ने बताया कि डेनमार्क आतंकवादी हमलों के खतरे के स्तर को नहीं बदल रहा है, जो 2010 के बाद से देश में गंभीर रूप से दूसरे सबसे उच्चतम स्तर पर है.


विदेश से जुड़े हैं तार 
डेनमार्क सुरक्षा एजंसी के मुताबिक पकड़े गए अतंकवादियों के तार कई अन्य देशों से जुड़े हैं. इसकी गहराई से जांच चल रही है, पुलिस अधिकारी फ्लेमिंग ड्रेजर ने बताया कि इस घटना के तार विदेशों से जुड़े हैं मालूम हुए हैं और इसका संबंध कई बड़े आतंकी संगठनों से है. इसमें लॉयल टू फैमीलिया (LTF) संगठन का नाम सामने आया है. इस गिरोह पर जनवरी 2020 में डेनमार्क की एक अदालत ने देश के पुलिस प्रतिबंध को बरकरार रखते हुए कहा थी कि, "LTF को डेनमार्क के संविधान के तहत अवैध मानते हुए बंद कर देना चाहिए".