जबलपुरः अक्सर महानगरों में छात्रों द्वारा अय्याशी के लिए लूट और झपटमारी की खबरें आती रती है, लेकिन मध्य प्रदेश से एक खबर आई है, जिसमें बताया गया है कि छात्रों ने लूट की घटना को इसलिए अंजाम दिया, क्योंकि उनके पास मकान का किराया और कोचिंग की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे. मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक महिला से 40 हजार रुपये नकदी की लूट के मामले में पुलिस ने दो छात्रों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ के दौरान छात्रों ने बताया कि उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा के लिए कोचिंग की फीस और मकान का किराया देने के लिए उक्त घटना को अंजाम दिया था. इस मामले के सामने आने पर मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कानून व्यवस्था की गिरती हालत और छात्रों की दयनीय स्थिति के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मदार ठहराया है.  

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रीवा जिले के हैं दोनों छात्र 
गोसलपुर थाने प्रभारी एचआर सिन्हा ने मंगलवार को बताया कि दोनों आरोपियों ने 13 जुलाई को बुढ़ाकर गांव में वारदात को अंजाम दिया था. घटना से पहले पीड़ित दंपती प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपने खाते में जमा 40 हजार रुपए बैंक से निकालकर बाहर आ रहे थे. उसी दौरान आरोपी बाइक से आए और महिला से नकदी भरा बैग छीनकर फरार हो गए. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से शुभम उर्फ अर्पण (19) और अभिषेक शुक्ला उर्फ बच्ची (18) को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों रीवा जिले के मिसिरिहा गांव के निवासी हैं.

दोनों के घर से नहीं आ रहे थे पैसे 
पुलिस के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अर्पण ने पुलिस को बताया कि उसका परिवार इस वक्त घोर आर्थिक संकट से गुजर रहा है. उसके पास जबलपुर में प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग की फीस और मकान का किराया देने के लिए पैसे नहीं थे. अर्पण का दोस्त अभिषेक भी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग ले रहा है. वह भी आर्थिक परेशानी का सामना कर रहा था. घर से पैसे नहीं आ रहे थे. अर्पण ने पुलिस को बताया कि पैसे के लिए लूट का विचार अभिषेक का था. दोनों ने कई दिनों तक बैंकों की रेकी की और फिर 40 हजार रुपए लूट लिए. अधिकारी ने बताया कि स्थानीय अदालत ने मंगलवार को दोनों को जेल भेज दिया है. 



ऐसी ही दिलचस्प खबरों के लिए विजिट करें zeesalaam.in