Twin Towers: ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण को लेकर अब कोई संशय नहीं है. सुपरटेक के स्ट्रक्च रल ऑडिट रिपोर्ट पर सीबीआरआई ने क्लियरेंस दे दी है. साथ ही नोएडा प्राधिकरण के संस्तुति पर उड्डयन मंत्रालय ने ध्वस्तीकरण के समय नॉटिकल माइल उसर स्पेस उपलब्ध न रहने पर सहमति दे दी है. इसके अलावा कई और बिंदुओं पर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में एडिफिस, जेट डिमोलिशन, सुपरटेक, यूपीपीासीबी के बीच बैठक हुई. 


बनाया गया कंट्रोल रूम


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बैठक में सीईओ ने रितु माहेश्वरी ने बताया कि ध्वस्तीकरण के बाद वायु प्रदूषण को मापने के लिए छह स्थानों पर मैनुअल एंबियंट एयर क्वालिटी मानिटरिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे. इसका संचालन कल से कर दिया जाएगा. इसके अलावा नोएडा प्राधिकरण के आईटीएमएस के लाइव मानिटरिंग स्टेशन भी वायु गुणवत्ता की निगरानी करेंगे.
प्राधिकरण ने एक कंट्रोल रूम बनाया है. इसमें तैनात अधिकारी सभी विभागों के साथ समन्वय रखेंगे. कंट्रोल रूम 28 अगस्त सुबह छह बजे से 30 अगस्त तक चौबिस घंटे संचालित होगा. कंट्रोल रूम में 0120-2425301, 0120-2425302, 0120-2425025 शिकायत कर सकते हैं. 


धूल निपटने का यह है प्लान


ध्वस्तीकरण के बाद आवासीय परिसर के निकट धूल और वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए 15 स्थानों पर एंटी स्मॉग गन के साथ एक वाटर टैंकर की भी प्रबंध किया गया. आवश्यकता पड़ने पर और एंटी स्मॉग गन भी लगाई जाएंगी. 


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इस तरह होगा मलबे का निस्तारण


ध्वस्तीकरण के बाद करीब 28 हजार मीट्रिक टन मलबे का निस्तारण सेक्टर-80 के सीएंडडी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट पर साइंटिफिक निस्तारण किया जाएगा. साफ सफाई के लिए चार मैकेनिकल और 100 सफाई कर्मी मौजूद रहेंगे. सड़क फुटपाथ सेंट्रल वर्ज और पेड़ पौधों की धुलाई के लिए 50 वाटर टैंकर्स लगाए जाएंगे। पार्क में धूल के निस्तारण के लिए तीन वाटर टैंकर लगाए गए हैं.


इसलिए गिराया जा रहा सुपरटेक ट्विन टावर


खबरों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने पाया कि सुपरटेक ने इन टावरों को बनाते समय निर्माण शर्तों का पालन नहीं किया है. इसका निर्माण साल 2009 में शुरू हुआ था. इस दोनों टावर में कुल 950 से ज्यादा फ्लैट्स बनाए जाने थे.


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