UGC NET 2023: एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने यूजीसी नेट 2023 (UGC NET 2023) के लिए नोटिफिकेशन 29 दिसंबर 2022 में जारी किया था. कई लोगों को एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया और दूसरी चीजों को लेकर काफी कुछ साफ नहीं है. ऐसे में हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं. जो आवेदक यूजीसी नेट पात्रता को पूरा करने में विफल रहते हैं, उन्हें परीक्षा के बाद के चरण में एनटीए द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा.


क्या है यूजीसी नेट 2023 के लिए एलिजिबिलिटी?


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यूजीसी नेट एलिबिजिलिटी क्राइटेरिया 2023 के अनुसार एनटीए ने जूनियर रिसर्च फेलोशिप की अपर एज लिमिट को रिवाइज किया है. आवेदन देने वालों की उम्र 30 साल से ऊपर नहीं होनी चाहिए. वहीं बात करें तो असिस्टेंट प्रोफेसर और लेक्चरार की तो वहां कोई उम्र की सीमा नहीं है. जो उम्मीदवार यूजीसी नेट एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पास करेंगे वही लोग एप्लीकेशन फॉर्म भर पाएंगे. जिन पीएचडी उम्मीदवारों ने अपनी मास्टर डिग्री 19 सितंबर 1991 से पहले ली है उन लोगों को भी पांच फीसद की छूट दी गई है.


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इसके अलावा मास्टर डिग्री के एग्जाम में आवेदकों के कम से कम 55 फीसद नंबर होने चाहिएं. हालांकि, अनुसूचित जाति (एससी) / अनुसूचित जनजाति (एसटी) / अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) / विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) / ट्रांसजेंडर श्रेणी से संबंधित आवेदकों को पांच फीसद की छूट दी गई है. जिसके बाद इन कैटेगरी के उम्मीदवारों को 50 फीसद की छूट मिल जाएगी. जो उम्मीदवार नेट के लिए अप्लाई कर रहे हैं. उनके पास किसी यूजीसी से मान्यता प्राप्त संस्थान से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए.


मास्टर डिग्री का आखिरी साल


जो लोग मास्टर डिग्री के आखिरी साल में हैं या फिर वह एग्जाम के रिजल्ट का इंतेजार कर रहे हैं. उन्हें यूजीसी नेट के लिए योग्य माना गया है. हालांकि उन्हें तभी प्रवेश दिया जाएगा जब वह मास्टर की परीक्षा पास कर करेंगे. आधिकारिक वेबसाइट में कहा गया है, "ऐसे उम्मीदवारों को आवश्यक अंकों के प्रतिशत के साथ नेट परिणाम की तारीख से दो साल के भीतर अपनी पीजी डिग्री परीक्षा पूरी करनी होगी, जिसमें असफल होने पर उन्हें अयोग्य माना जाएगा."