UP Burqa: उपचुनाव से पहले बुर्का पर जंग, सपा ने लिखा चुनाव आयोग को खत
UP Burqa Controversy: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव से पहले बुर्का को लेकर विवाद शुरू हो गया है. समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को खत लिखा है और कहा है कि इस हरकत से मुस्लिम महिलाएं परेशान होती हैं.
UP Burqa Controversy: उत्तर प्रदेश के उपचुनाव से पहले बुर्के को लेकर विवाद शुरू हो गया है. समावादी पार्टी ने चुनाव आयोग को खत लिखा है, और गुजारिश की है कि वोटिंग के दौरान मुस्लिम महिलाओं का बुर्का हटाकर चेकिंग न की जाए. पार्टी का कहना है कि ऐसा करने से महिलाएं परेशान होती हैं और जिसकी वजह से वोटिंग प्रोसेस में हिस्सा नहीं ले पाती हैं, और वोटिंग फीसद डाउन होता है.
सपा ने चुनाव आयोग को क्या कहा?
समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को खत में कहा है कि अगर मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर वोटिंग सेंटर आती हैं, तो पुलिस या दूसरी सिक्योरिटी फोर्स को उनकी आईडी चेक करने और नकाब खुलवाने का कोई अधिकार नहीं है. ऐसे में औरतें अपनी पहचान साबित करने के लिए दूसरे तरीके इस्तेमाल कर सकती हैं.
मानसिक तनाव की वजह
पार्टी का कहना है कि महिलाएं बुर्का हटाने के डर से वोट डालने से कतराती हैं. क्योंकि उनको लगता है कि इस प्रोसेस में उनकी निजता का उल्लंघन होता है. सपा का कहना है कि बुर्का हटाना मुस्लिम महिलाओं के लिए मानसिक तनाव का कारण बनता है.
सामजावादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चंद ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को शिकायत मिली थी कि बुर्का, हिजाब और घूंघट के नाम पर मतदाताओं को परेशान करने का काम किया गया. जिसकी वजह से समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को खत लिखकर मांग की है कि पुलिस प्रशासन का काम कानून व्यवस्था बनाए रखना है न कि वोटर्स का आईडी कार्ड और हिजाब चेक करना.
बीजेपी ने क्या कहा?
वहीं बीजेपी ने इसका विरोध किया है.. पार्टी का कहना है कि अगर कोई महिला बुर्का पहनकर आती है तो उसकी पहचान की जानी चाहिए. 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की दिल्ली यूनिट इसको लेकर एक ज्ञापन भी सौंप चुकी है. जिसमें मांग की गई थी कि जो महिला बुर्का पहन कर आती हैं उसके चेहरे की पहचान पुलिस के जरिए की जानी चाहिए.
कब है यूपी में चुनाव?
बता दें, उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं. जो कटेहरी (अंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझावां (मिर्जापुर), शीशमऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज), और कुंदरकी (मुरादाबाद). इन सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होनी है.
इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि आयोग जो भी नियम कानून लागू करता है वह सभी दालों के ऊपर लागू होता हैं. उन्होंने आगे कहा, हम उनका स्वागत करते हैं जो भी मतदान करेगा उसका वेरिफिकेशन होना ही चाहिए. यह नियम हम सभी लोगों को अभी तक पता है किसी को भी अपना पहचान पत्र छुपाने की जरूरत नहीं है.
हम सब निर्वाचन आयोग के नियम के तहत जो भी आदेश देंगे उसका पालन करते हुए मतदान में जो विभिन्न क्षेत्र के निवासी हैं मतदाता है वह प्रतिभा करेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि जो कल 9 सीटों पर चुनाव है वह पूरी 9 सीटों के साथ हम गठबंधन के साथ 9 सेट को जीतेंगे. इसके साथी ही उन्होंने शौकत अली के बयान पर कहा कि वह बयान इसलिए देते हैं कि आप लोग उसे चलाते हो उनका और कोई काम नहीं है सामाजिक जीवन में हम लोगों को प्रदेश के विकास के लिए नंबर एक पर लाने के लिए काम कर रहे हैं.