UP Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रा विवाद को लेकर पूर्व CM अखिलेश यादव पर भड़के मौलाना शहाबुद्दीन, दे डाली ये नसीहत
Kanwar Yatra controversy: मुजफ्फरनगर एसएसपी ने 22 जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ यात्रा को लेकर रास्ते में पड़ने वाले दुकानदारों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी. इसमें दुकान के सामने दुकान मालिक का नाम लिखने का आदेश दिया गया था. एडवाइजरी पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन ने प्रतिक्रिया दी है.
Kanwar Yatra controversy: कांवड़ यात्रा को लेकर जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. नेता और धर्मगुरु सरकार के फैसले की आलोचना कर रहे हैं. इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने साप के चीफ और उत्तर प्रदेश के पूर्वी सीएम अखिलेश यादव को सलाह दी है कि धार्मिक मामलों में राजनीति न करें.
मौलाना ने क्या कहा?
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने मुजफ्फरनगर के पुलिस कप्तान के आदेश का समर्थन किया और कहा कि अखिलेश यादव को धार्मिक मामलों में राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, कांवड़ यात्रा धार्मिक कार्यक्रम है, लेकिन सपा अध्यक्ष ने इसको राजनीति का अखाड़ा बना दिया है, प्रदेश में हिंदुओं और मुस्लिमों में टकराव की स्थिति पैदा करना चाहते हैं.
अखिलेश यादव से की ये गुजारिश
मौलाना ने आगे कहा, मैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव से धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने की गुजारिश करूंगा. आगे राजनीति करने के और भी मौके मिलेंगे, उन मौकों का फायदा उठाकर खूब राजनीति कीजिए. हमको कोई आपत्ति नहीं होगी.
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि इससे पहले मुजफ्फरनगर एसएसपी ने 22 जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ यात्रा को लेकर रास्ते में पड़ने वाले दुकानदारों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी. इसमें दुकान के सामने दुकान मालिक का नाम लिखने का आदेश दिया गया था. एडवाइजरी पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन ने कहा, मुजफ्फरनगर हमेशा से संवेदनशील एरिया रहा है. ऐसे में यहां पर अच्छी और कड़ी सुरक्षा करना प्रशासन की जिम्मेदारी है.
की प्रशासन की तारीफ
उन्होंने आगे कहा, दुकान के सामने नाम लिखने का आदेश साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाये रखने के लिए है, ताकि कहीं भी हिंदू-मुस्लिम टकराव की स्थिति पैदा न हो. जैसे मुहर्रम के जुलूस में भी पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त थी और अमन और शांति के साथ मुहर्रम के जुलूस का कार्यक्रम संपन्न हुआ, वैसे ही शांतिपूर्ण तरीके से कांवड़ यात्रा संपन्न हो जाए.