लखनऊः उत्तर प्रदेश में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तरह पुलिस अभिरक्षा में एक और गैंगस्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है.  गैंगस्टर  संजीव जीवा को गुरुवार को लखनऊ सिविल कोर्ट के अंदर गोली मार दी गई, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गयी. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हमलावर वकील के भेष में कोर्ट पहुंचे थे और उन्होंने जीवा पर हमला कर दिया. इस हमले में कोर्ट में मौजूद एक नाबालिग लड़की की पीठ में भी गोली लगी है. हमले में एक पुलिस कांस्टेबल भी घायल हो गया और उसे इलाज के लिए लखनऊ सिविल अस्पताल भेजा गया है.


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इस हमले में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है. जौनपुर जिले के केराकत के विजय यादव के रूप में पहचाने जाने वाले हमलावर को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया गया. हालांकि, हमले के बाद वहां मौजूद वकीलों ने हमलावर को इतनी बुरी तरह पीटा है कि उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है.  


इस बीच, गोलीबारी के बाद, पुलिस को वकीलों के गुस्से का सामना करना पड़ा, जिन्होंने उन पर पथराव भी किया. हालात बिगड़ने के बाद अतिरिक्त फोर्स को मौके पर रवाना कर दिया गया है. 



उल्लेखनीय है कि गैंगस्टर जीवा भाजपा नेता ब्रह्म दत्त द्विवेदी की हत्या का मुल्जिम था और उसे सुनवाई के लिए अदालत में लाया गया था. जीवा बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी सह-आरोपी थी, जिसमें मुख्तार अंसारी भी आरोपी है.  जीवा ने मुजफ्फरनगर में एक कंपाउंडर के रूप में अपना 'करियर' शुरू किया था और फिर बाद में वह मुख्तार अंसारी के गिरोह में शामिल होने के बाद अंडरवर्ल्ड का सदस्य बन गया था.  वह मुन्ना बजरंगी का करीबी सहयोगी था, जिसकी 2018 में बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 


 जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी ने हाल ही में कहा था कि उन्हें डर था कि उनके पति को हिरासत में मार दिया जाएगा और वही हुआ. 


हादसे के बाद सरकार ने कहा है कि जो भी इस घटा में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं सपा प्रमुख और विपक्षी नेता अखिलेश यादव ने इस घटना के बाद राज्य के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है और इसे सरकार की विफलता बताया है. 


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