Valentine's Day Shayari: फरवरी महीने को प्यार का महीना कहा जाता है. प्यार करने वाले लोगों के लिए फरवरी माह का दूसरा हफ्ता काफी खास होता है. इस हफ्ते के सभी दिन खास होते हैं. इस हफ्ते का आज आखिरी दिन यानी 14 फरवरी है. इस दिन दो प्यार करने वाले एक दूसरे से प्यार की बातें करते हैं और एक दूसरे को प्रपोज करते हैं. ऐसे में हम आपके सामने पेश कर रहे हैं कुछ शेर, इनके जरिए आप अपने पार्टनर के साथ वैलेंटाइन डे सेलेब्रेट कर सकते हैं.


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कोई समझे तो एक बात कहूँ 
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं 
फ़िराक़ गोरखपुरी


तुम को आता है प्यार पर ग़ुस्सा 
मुझ को ग़ुस्से पे प्यार आता है 
अमीर मीनाई


पत्थर मुझे कहता है मिरा चाहने वाला 
मैं मोम हूँ उस ने मुझे छू कर नहीं देखा 
बशीर बद्र


सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगी 
तुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी 
जाँ निसार अख़्तर


आख़री हिचकी तिरे ज़ानूं पे आए
मौत भी मैं शाइराना चाहता हूं
क़तील शिफ़ाई


रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ 
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ 
अहमद फ़राज़


हुआ है तुझ से बिछड़ने के बा'द ये मा'लूम 
कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी 
अहमद फ़राज़


करूँगा क्या जो मोहब्बत में हो गया नाकाम 
मुझे तो और कोई काम भी नहीं आता 
ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर


याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ 
भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है 
जमाल एहसानी


अभी आए अभी जाते हो जल्दी क्या है दम ले लो
न छोड़ूंगा मैं जैसी चाहे तुम मुझ से क़सम ले लो
अमीर मीनाई


उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो 
धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है 
राहत इंदौरी


अज़ीज़ इतना ही रक्खो कि जी सँभल जाए 
अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए 
उबैदुल्लाह अलीम