Jagdeep Dhankhar on Opposition: अब किस बात पर नाराज हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, जानें पूरा मामला
Jagdeep Dhankhar on Opposition: विनेश फोगाट को लेकर संसद से लेकर सोशल मीडिया तक हर कोई विनेश के समर्थन में खड़ा है. इस मुद्दे पर संसद भवन में भी हंगामा हुआ है. आज फिर विनेश फोगाट को लेकर राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ है.
Jagdeep Dhankhar on Opposition: भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया, जिसके बाद पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है. संसद से लेकर सोशल मीडिया तक हर कोई विनेश के समर्थन में खड़ा है. इस मुद्दे पर संसद भवन में भी हंगामा हुआ है. आज फिर विनेश फोगाट को लेकर राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ, जिसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ सदन छोड़कर चले गए. इससे पहले राज्यसभा के सभापति कई मौकों पर विपक्षी के सांसदों के व्यवहार से नाराज हो चुके हैं.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, विपक्ष के नेता खड़गे ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन सभापति ने इसकी इजाजत नहीं दी. जिसके बाद टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने अपनी आवाज उठाने की कोशिश की, तो सभापति ने उन्हें चेतावनी दी. उन्होंने डेरेक को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने यही हरकत दोहराई, तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा. विपक्षी कांग्रेस-टीएमसी और दूसरे दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
सभापति कांग्रेस पर क्यों भड़के
इससे बाद चेयरमैन धनखड़ भड़क गए और कहा, "कांग्रेस के सबसे सीनियर नेता भी इसी सदन के सदस्य हैं, जिसे मैं हाल के दिनों में देख रहा हूं और जिस तरह से शब्दों के माध्यम से, पत्रों के माध्यम से, अखबारों के माध्यम से चुनौती दी जा रही है. मैंने इतनी सारी गलत टिप्पणियां देखी हैं. यह चुनौती मुझे नहीं दी जा रही है, यह चुनौती चेयरमैन के पद को दी जा रही है. यह चुनौती इसलिए दी जा रही है क्योंकि इन लोगों को लगता है कि इस पद पर बैठा व्यक्ति इसके लायक नहीं है."
कांग्रेस पर लगाए गंभी इल्जाम
उन्होंने आगे कहा, "सदन की गरिमा को कम मत कीजिए. अमर्यादित आचरण मत अपनाइए. जयराम रमेश मत हंसिए. आपकी आदतें मुझे पता हैं. कुछ सांसद गलत टिप्पणियां करते हैं. मुझे सदन का समर्थन जितना चाहिए था, उतना नहीं मिला है. मेरे में कोई कमी नहीं है. अब मेरे पास एक ही विकल्प है कि मैं अपनी शपथ से भागूं नहीं. आज जो मैंने देखा, जिस तरह का व्यवहार सदस्य ने किया, शारीरिक रूप से, जिस तरह का व्यवहार यहां से भी हुआ है. मैं खुद को कुछ देर यहां बैठने के लिए तैयार नहीं कर पा रहा हूं."