India-China LAC Fight: 15 जून 2020 को भारत-चीन के सैनिकों के बीच झड़प के बाद भारत और चीन के बीच कई बार बात-चीत का दौर चला लेकिन अभी तक दोनों देशों के बीच कोई सहमति नही बन पाई है. वहीं, चीनी सैनिकों ने पूर्वा लद्दाख में नियंत्रण रेखा पर दो बार हमले करने कि कोशिश कर चुकी है, लेकिन भारतीय सैनिकों ने चीनी सौनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया. नियंत्रण रेखा पार करने से रोक दिया. इस बात का खुलासा भारतीय सेना के एक आयोजित कार्यक्रम में हुआ, जहां वीर जवानों को वीरता पुरस्कार दिया गया. बता दें 13 जनवरी को एक समारोह के दौरान एक वीडियो अपलोड किया गया था. जिसमें इस बात की जानकारी दी गई थी, कि भारत और चीन के बीच झड़प सितंबर 2021 और नवंबर 2022 में हुई थीं, हालांकि बाद मे वीडियों हटा दिया गया.. 


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कैसे मिली झड़प की जानकारी?
पिछले  कुछ सालो में  भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच  झड़प की कई घटनाएं LAC से सामने आईं. 2020 में  तवांग सेक्टर में चीनी घुसपैठ की कोशिश की जिसके बाद दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई. फिर जून 2020 में गलवान घाटी में झड़प हुई. दोनो सैनिकों में मार-पीट भी हुई थी. जिसमें भारतीय सेना के कई जवान बुरी तरह घायल हो गये थे. इसके बाद से भारतीय सेना 3,488 किमी लंबी LAC पर हाई अलर्ट कर दिया था. 13 दिसंबर 2022  को इस बात की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में दी थी. राजनाथ सिंह ने बताया भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई हैं और दोनो तरफ के फौजियों को काफी चोटें आईं हैं.


गृह मंत्री का बयान
राजनाथ सिंह ने कहा, "मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं हमारी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस पर किए गए किसी भी प्रयास को विफल करना जारी रखेंगी। मुझे विश्वास है कि यह पूरा सदन हमारे सैनिकों के बहादुरी भरे प्रयास में उनका समर्थन करने के लिए एकजुट रहेगा''.