CAS Verdict Vinesh PHogat case: पेरिस ओलंपिक 2024 में मेडल जीतने का विनेश फोगाट का ख्वाब अधूरा रह गया. महिला पहलवान विनेश ने 50 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल से डिस्क्वालिफाई होने के बाद खेलों की सबसे बड़ी अदालत कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) की तरफ रुख किया था. उन्होंने इस मामले में CAS में अपील की थी जिस पर अदालत ने 9 अगस्त को सुनवाई की थी, कई दिनों के बाद आखिर फैसला 14 अगस्त को आगया जो विनेश के खिलाफ गया है. CAS ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) और वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के नियमों और फैसलों को बरकरार रखा और विनेश को संयुक्त सिल्वर मेडल देने की मांग को खारिज कर दिया. 


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दरअसल, महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा में फाइनल मुकाबले से कुछ घंटे पहले विनेश को निर्धारित वजन सीमा से 100 ग्राम ज्यादा वजन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया, जिसके बाद उन्होंने सीएएस में याचिका दायर की. इसके बाद, भारतीय पहलवान ने अदालत से संयुक्त रजत पदक का अनुरोध किया था, जिसपर बुधवार को अंतिम फैसला सुनाया गया.


ओलंपिक खेलों के नियम के मुताबिक  CAS ने एड-हॉक डिविजन पेरिस में ही बनवाया था, जहां विनेश की अपील को स्वीकार किया गया था. विनेश की अपील पर आर्बिट्रेटर डॉ एनाबेल बैनेट के सामने शुक्रवार 9 अगस्त को शाम 5.30 बजे (भारतीय समयानुसार) से सुनवाई हुई और 8 बजे तक चली. 


तीन बार टला फैसला
विनेश की तरफ से फ्रेंच लीगल टीम के साथ-साथ  भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की तरफ से देश के जाने-माने सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे और विदुषपत सिंघानिया ने केस पेश किया. इस दौरान अदालत ने कहा था कि फैसला कभी भी आ सकता है. हालांकि, उन्होंने फैसले को 10 अगस्त को दोबारा टालते हुए कुछ दस्तावेजों की मांग का हवाला दिया और कहा कि इस मामले में  13 अगस्त को फैसले सुनाई जाएगी.


लेकिन इसके बाद फिर से यानी तीसरी बार 13 अगस्त को फैसला 16 अगस्त के लिए टाल दिया गया. हालांकि, अब अचानक 14 अगस्त को ही सिर्फ एक लाइन में फैसला सुना दिया गया, इस तरह से विनेश के साथ भारतीय फैंस की आखिरी उम्मीद भी खत्म हो गई. हालांकि, इस मामले पर विस्तृत फैसला कुछ दिनों में आ सकता है.


विनेश का कैसा रहा कुश्ती करियर
विनेश फोगट को कुश्ती विरासत में मिली है, वे भारत के सबसे बेहतरीन पहलवानों में से एक हैं. उन्होंने तीन बार ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व किया है. इशके अलावा उनके नाम दो वर्ल्ड चैंपियनशिप कांस्य पदक और एक एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक है. साथ वे  तीन राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक की विजेता भी हैं.