Vinesh Phogat के Retirement पर क्या बोले अंकल महावीर? भावुक होकर की ये गुजारिश
Vinesh Phogat Retirement: विनेश फोगाट के सन्यास की खबर जब चाचा महावीर फोगाट को मिली तो वह भावुक हो गए और गुजारिश की वह अपने इस फैसले के बारे में एक बार फिर से विचार करें. उन्होंने कहा कि वे विनेश की मेंटल स्टेट को समझ सकते हैं.
Vinesh Phogat Retirement: विनेश फोगट के चाचा और बचपन के कोच और गुरु महावीर फोगट ने भारतीय पहलवान से संन्यास न लेने और अपने फैसले पर दोबरा विचार करने की गुज़ारिश की है. विनेश ने 8 अगस्त, गुरुवार को तड़के कुश्ती से संन्यास की घोषणा की थी. पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती फाइनल स्पर्धा से अयोग्य घोषित होने के बाद उनका यह फैसला आया है. हालांकि उनके चाचा का मानना है कि उन्होंने यह फैसला निराशा की वजह से लिया है.
महावीर फोगाट ने क्या कहा?
एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए महावीर फोगाट ने कहा, "उन्होंने सुबह 5 बजे ही इस खबर की जानकारी दे दी. पदक जीतने के इतने करीब आकर भी चूकने के बाद उनकी मानसिक स्थिति कैसी होगी. विनेश से मिलने के बाद उन्हें बैठाकर समझाऊंगा कि वे अपना फैसला बदलें और खुद पर मेहनत करें. जब भी कोई पदक जीतने के इतने करीब पहुंचता है, तो वह गुस्से में आकर इस तरह का फैसला ले सकता है."
पहलवान के अयोग्य घोषित होने के बाद महावीर अंकल के चेहरे पर निराशा, हताशा और दुख का भाव था, क्योंकि वे कुछ ही देर बाद रो पड़े. हालांकि, एक गुरु और उसके चाचा के तौर पर, वे नहीं चाहते कि विनेश फोगट अपने सपनों को छोड़ दे. वास्तव में, वे चाहते हैं कि विनेश और साक्षी मलिक जैसी भारतीय महिला पहलवान लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 में लड़ने के लिए अगली पीढ़ी की महिला पहलवानों को प्रेरित करें.
CAS में किया है अप्लाई
इस बीच, विनेश फोगट ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती के फाइनल से खुद को अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ कोर्ट ऑफ एब्रीडेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की है. भारतीय पहलवान ने यह कदम 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उठाया है. विनेश पहली ऐसी महिला पहलवान थीं जो फाइनल में गई थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक विनेश फोगाट की मांग है कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए. CAS ने अपना अंतिम फैसला सुनाने के लिए गुरुवार, 8 अगस्त की सुबह तक का समय मांगा है. अगर CAS विनेश के पक्ष में फैसला सुनाता है तो IOC को विनेश को संयुक्त रजत पदक देना होगा.