West Bank Violence: एक तरफ गाजा में लगातार इजराइल हमले कर रहा है. उधर वेस्ट बैंक में गैर कानूनी किलिंग्स के मामले भी सामने आ रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र ने इज़रायली छापे के दौरान तेजी से बिगड़ती मानवाधिकार स्थिति की चेतावनी देते हुए, कब्जे वाले वेस्ट बैंक में "गैरकानूनी हत्याओं" और बसने वालों की हिंसा को रोकने के लिए इज़रायल से आह्वान किया है.


यूएन ने क्या कहा?


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गुरुवार को पब्लिश हुई एक एक रिपोर्ट में, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने घनी आबादी वाले रेफ्यूजी कैंप्स में हवाई हमलों और सैन्य घुसपैठ में इजाफा होने की बात कही है, जिसकी वजह से मौतें हुई हैं और काफी लोग घायल भी हुए हैं. यूएन हाई कमिशनर फॉर ह्यूमन राइट वोल्कर तुर्क ने कहा,"कानून प्रवर्तन संदर्भों में सैन्य रणनीति के साधनों और हथियारों का इस्तेमाल गैर जरूरी या अनुपातहीन बल का इस्तेमाल, और फिलिस्तीनियों को प्रभावित करने वाले व्यापक, मनमाने और भेदभावपूर्ण आंदोलन प्रतिबंधों को लागू करना बेहद परेशान करने वाला है."


बता दें, 7 अक्टूबर को गाजा पट्टी पर इजरायल का युद्ध शुरू होने के बाद से पूरे वेस्ट बैंक और कब्जे वाले पूर्वी यरुशलम में हिंसा भड़क गई है. दक्षिणी इजरायल में हमास के हमलों में लगभग 1,200 लोगों के मारे जाने के बाद गाजा में 21,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से ज्यादातर नागरिक हैं. 


300 फिलिस्तीनियों की मौत


रिपोर्ट में कहा गया है कि तब से, संयुक्त राष्ट्र ने वेस्ट बैंक में 79 बच्चों सहित कम से कम 300 फिलिस्तीनियों की मौत की पुष्टि की है. इनमें से 292 को इजरायली सेना ने मार डाला, आठ को बसने वालों ने मार डाला. गाजा पर युद्ध शुरू होने के बाद से लगभग 4,800 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया गया है, 7 अक्टूबर के बाद से, संयुक्त राष्ट्र ने "आबादी हमलों में तेज वृद्धि" दर्ज की है, जिसमें "गोलीबारी, घरों और वाहनों को जलाना और पेड़ों को उखाड़ना" शामिल है.


कमिश्नर ने इजराइल को दिया निर्देश


तुर्क ने कहा,"मैं इज़राइल से फिलिस्तीनी आबादी के खिलाफ हिंसा को खत्म करने के लिए तत्काल, स्पष्ट और प्रभावी कदम उठाने, बसने वालों और इजरायली सुरक्षा बलों के जरिए हिंसा की सभी घटनाओं की जांच करने, किसी भी प्रकार की जबरदस्ती के खिलाफ फिलिस्तीनी समुदायों की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करता हूं.