मंगलुरुः कर्नाटक के उडुपी के जिस ‘गवर्नमेंट वूमेंस प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज’ में हिजाब को लेकर विवाद हुआ था, उसी कॉलेज में इस साल दाखिला लेने की इच्छुक मुस्लिम छात्राओं की तादाद में इजाफा देखा गया है.
इसी कॉलेज से सबसे पहले हिजाब विवाद शुरू हुआ था. यह जानकारी उडुपी के विधायक रघुपति भट ने दी जो कॉलेज विकास समिति के सद्र हैं. कॉलेज की छह छात्राओं ने क्लास के अंदर हिजाब पहनने की इजाजत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था. कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के बाद वे हिजाब पहनने पर जोर दे रही थीं. अदालत ने संस्थानों में ड्रेस कोड का पालन करने का फैसला दिया था, लेकिन इन छात्राओं ने विरोध के कारण परीक्षा नहीं दी थी.

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हिजाब नहीं पहनने पर राजी हुईं छात्राएं 
आशंका थी कि हिजाब विवाद के चलते मुस्लिम छात्राओं की तादाद में कमी आएगी, लेकिन 40 छात्राओं ने कॉलेज में स्नातक प्रथम वर्ष में पहले ही दाखिला ले लिया है. भट ने यह भी तस्दीक की कि छात्राएं कक्षाओं के अंदर हिजाब नहीं पहनने पर राजी हो गई हैं. भाजपा विधायक ने कहा कि हिजाब से संबंधित घटनाओं के बावजूद पिछले शैक्षणिक वर्ष में कॉलेज ने अच्छे नतीजे दर्ज किए हैं. 

कॉलेज ने छह लड़कियों का निलंबन किया रद्द 
इस बीच, दक्षिण कन्नड़ जिले के उप्पिनंगडी में राजकीय प्रथम श्रेणी के कॉलेज ने उन छह लड़कियों का निलंबन रद्द कर दिया है, जिन्हें पिछले सप्ताह हिजाब पहनने पर जोर देने के कारण निलंबित कर दिया गया था. कॉलेज विकास समिति के सूत्रों ने बताया कि छात्राओं ने बुधवार को शपथपत्र दिया कि वे ड्रेस कोड का पालन करेंगी. सूत्रों ने बताया कि बुधवार को छात्रों ने कक्षाओं में भाग लिया.


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