अफजाल अंसारी ने क्यों कहा, `मुख्तार की तरह हम भी देंगे शहादत`` जानें पूरा मामला
Afzal Ansari on Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने मुख्तार अंसारी को भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और अशफाक से तुलना की है. दरअसल, अफजाल अंसारी गाजीपुर लोकसभा सीट से सपा के कैंडिडेट हैं.
Afzal Ansari on Mukhtar Ansari: पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत के बाद लोकसभा इलेक्शन में उनका नाम का खूब इस्तेमाल हो रहा है. इस बीच उनके बड़े भाई अफजाल अंसारी ने मुख्तार अंसारी को भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और अशफाक से तुलना की है. दरअसल, अफजाल अंसारी गाजीपुर लोकसभा सीट से सपा के कैंडिडेट हैं. अफजाल अंसारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वो कहते नजर आ रहे हैं, " जिस तरह भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और अशफाक मुल्क की आजादी के लिए शहीद हुए थे. उसी तरह हमारे भाई मुख्तार अंसारी शहीद हुए हैं."
भगत सिंह से की तुलना
उन्होंने आगे कहा, "भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और अशफाक की शहादत का ही नतीजा है कि आज हमारा मुल्क अंग्रेजों की हुकूमत से आजाद है. अगर वो ये बात सोचते ही हम क्यों मुल्क के लिए शहीद हों, तो शायद हमारा देश कभी भी आजाद नहीं होता. इसी तरह आज की सरकार हमें गुलाम बनाने की कोशिश कर रही है. जिसके लिए हमें लड़ना होगा. समाज को इस जालिम सरकार से बचाने के लिए मुख्तार अंसारी ने शहादत दी."
पूरा खानदान मुख्तार की तरह शहादत देने को हैं तैयार - अफजाल अंसारी
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "हमारा पूरा खानदान मुख्तार अंसारी की तरह शहादत देने को तैयार है. बस इस जालिम सरकार का पतन होना चाहिए, लेकिन ये तब तक नहीं हो पाएगा, जब तक हम इस सरकार के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे. सिर्फ पूर्वांचल ही नहीं, आसपास के इलाकों समेत पूरे राज्यों में भी इस गुनाह ने सरकार की पोल खोलकर रख दी है."
जनाजे में शामिल होने से लोगों को रोका
सांसद अफजाल अंसारी ने आगे कहा, " पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के जनाजे के वक्त, जब लोग शामिल होने आ रहे थे, तो पुलिस ने तमाम कोशिशें कीं कि वे उनके जनाजे में नहीं आ सकें. इसके बावजूद इसके भीड़ मुख्तार अंसारी के लिए आई. पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को सभी ने रोकर अलविदा किया. प्रशासन ने तो यहां तक कि पूरे जिला को ही सील कर दिया था. गंगा नदी पर बने चह पुल को भी खोल दिया था. बावजूद इसके मुख्तार के चाहने वालों को प्रशासन रोक नहीं पाया. यही दिखाता है कि मुख्तार अंसारी को लोग कितना पसंद करते थे."