नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम चुनाव के पहले प्रधानमंत्री ने दिल्ली के झुग्गी निवासियों से उनका पुनर्वास कर बेहतर जिंदगी देने का वादा किया था, लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद डीडीए ने झुग्गी निवासियों को अपना घर खाली करने का आदेश दिया है और कहा है कि उनके लिए डीडीए कोई वैकल्पिक इंतजाम कर रहा है. डीडीए ने बाजाब्ता इसके लिए कुछ झुग्गी बस्ती इलाकों में नोटिस भी चिपका दिए हैं. 
वहीं, डीडीए की इस कार्रवाई पर आम आदमी पार्टी ने विरोध जताते हुए इसे झुग्गी वासियों के साथ धोखा करार दिया है. आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को भाजपा पर ये भी इल्जाम लगाया है कि वह एमसीडी चुनाव में झुग्गी वासियों को उनके घर के पास ही पुनर्वास करने के वादे से मुकर रही है.


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आप विधायक आतिशी ने कहा, "एमसीडी चुनाव से पहले प्रधानमंत्री ने कालकाजी में 3,024 फ्लैटों का उद्घाटन किया था और भूमिहीन कैंप में पात्र लाभार्थियों को फ्लैटों की चाबियां भी सौंपी थीं. भाजपा ने भूमिहीन कैंप के सामने नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप के लगभग हजारों निवासियों से कहा था कि उन्हें भी उनके मौजूदा झुग्गी-झोपड़ी के पास ही पक्का मकान दिए जाएंगे, लेकिन अब डीडीए अपने वादे से मुकर रहा है.’’

उधर, आप के प्रवक्त पवन शर्मा ने कहा है कि चूंकि डीडीए पर अभी भी भाजपा का कब्जा है, जबकि एमसीडी में वह चुनाव हार गई है, और इसलिए इसका बदला झुग्गीवासियों का विस्थापन करके ले रही है. पवन शर्मा ने नोटिस का हवाला देते हुए कहा, “एक महीना नहीं हुआ है और डीडीए ने नवजीवन और जवाहर कैंपों में नोटिस चिपकाए हैं, जिसमें वहां रहने वाले लोगों से कहा गया है कि झुग्गी बस्तियों को तोड़कर उन्हें नरेला में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.“ उन्होंने कहा कि जब तक इन लोगों को उनके पक्के घर वहीं पर नहीं मिल जाते, तब तक अरविंद केजरीवाल सरकार जेजे क्लस्टर पर बुलडोजर नहीं चलने देगी. हालांकि, इस मामले में भाजपा की तरफ से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. 


गौरतलब है कि सभी के लिए आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रधान मंत्री के महत्वाकांक्षी योजना के तहत 376 झुग्गी झोपड़ियों के पुनर्वास का काम किया जाना है. कालकाजी विस्तार परियोजना के तहत, तीन झुग्गी-बस्तियों भूमिहीन कैंप, नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप का पुनर्वास किया जा रहा है.


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