Yamuna Level: केंद्रीय जल आयोग का अनुमान है कि बुधवार रात को यमुना 207.99 मीटर तक बढ़ सकती है जो एक अभूतपूर्व खतरे का निशान है. लेकिन अनुमान से अधिक यमुना का जल स्तर 208.05 मीटर के निशान को पार कर गया है जो इसे दिल्ली के लिए 'चरम स्थिति' के रूप में दर्शाता है. क्योंकि बुधवार शाम को बाढ़ का पानी शहर में प्रवेश कर गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से हस्तक्षेप करने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा जाने वाला पानी कम छोड़ा जाए.


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जानकारी के लिए बता दें कि खतरे का निशान 205.33 मीटर है जो लगातार दिनों की भारी बारिश के बाद सोमवार को टूट गया है. जल स्तर तेजी से बढ़ा है. लेकिन बारिश की तीव्रता धीरे-धीरे कम हो रही है. केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि तत्काल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है.


बुधवार को दोपहर एक बजे तक जलस्तर 207.49 मीटर के सर्वकालिक रिकार्ड को तोड़ चुका है. गुरुवार की सुबह, स्तर 208 मीटर के निशान से पार था. बहुत कम अवधि में अत्यधिक बारिश को दिल्ली के यमुना बाढ़ वाले हिस्सों के प्राथमिक कारण के रूप में पहचाना गया है. केंद्रीय जल आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि "हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में अन्य मौकों की तुलना में कम समय लगा. इसका कारण अतिक्रमण और गाद हो सकता है." 


आपको बता दें कि विशेषज्ञों ने कहा कि "पानी के पास से गुजरने के लिए सीमित जगह थी. जिससे गति बढ़ सकती थी." विशेषज्ञों का मानना है कि "कुछ दिनों में समान मात्रा में हुई बारिश से गंभीर स्थिति पैदा नहीं होती."


बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र
बुधवार दोपहर रिंग रोड पर बाढ़ का पानी घुसने से यमुना किनारे के सभी निचला इलाका प्रभावित हुआ है. बुधवार शाम तक बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, नीली छत्री मंदिर, यमुना बाजार, नीम करोली गौशाला, विश्वकर्मा कॉलोनी, मजनू का टीला और वजीराबाद के बीच पानी भर गया है.


जानकारी के लिए बता दें कि अगर जलस्तर और बढ़ा तो मयूर विहार, लक्ष्मी नगर, सराय काले खां, बदरपुर, जामिया नगर, शाहीन बाग के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने का खतरा है.


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