President Elections: 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. सत्ताधर और विपक्ष दोनों ही इसकी तैयारियों में मशगूल हैं. एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू मैदान में है तो वहीं विपक्ष से यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं. इन सब के बीच यशवंत सिन्हा का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा है कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो वह सीएए लागू नहीं होने देंगे. 


सीएए को बनाया गया मूर्खतापूर्ण तरीके से


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उन्होंने विपक्ष के नेताओं से बात करते हुए कहा कि सीएए इसलिए लागू नहीं किया गया है क्योंकि इसे जल्दीबाजी और मूर्खतापूर्ण से बनाया गया है. यशवंत सिन्हा ने कहा कि असम में नागरिक्ता एक बड़ा मुद्दा है लेकिन सरकार पूरे देश में सीएए लागू करना चाहती है, जो कि अभी तक नहीं कर पाई है. पहले सरकार ने कोविड का  बहाना बना दिया, लेकिन वह अभी तक इस कानून को लागू नहीं कर पाए हैं, क्योंकि यह कानून जल्दबाजी और मूर्खतापूर्ण तरीके से बनाया गया है.


संविधान को सत्ता में बैठे से लोगों से खतरा


यशवंत सिन्हा ने आरोप ने लगा कि संविधान को बाहरी लोगों से खतरा नहीं है, बल्कि सत्ता में बैठे लोगों से खतरा है. उन्होंने कहा कि हमें इसकी रक्षा करनी चाहिए और अगर मैं राष्ट्रपति भवन में आऊंगा तो यह सुनिश्चित करूंगा की सीएए लागू ना किया जाए.


आपको बता दें यशवंच सिन्हा असम के एक दिवसीय दौरे पर थे. वह 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक विचारधारा के दलों का समर्थन जुटने में लगे हुए हैं. लेकिन जानकारों का मानना है कि यशवंत सिन्हा का समर्थन कम होने के बजाय कम होता जा रहा है.


द्रोपदी मुर्मू को मिला शिवसेना का समर्थ


आपको बता दें बीजेपी की विपक्षी पार्टी शिवसेना ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया है और उन्हें वोट देने की बात कही है. हालही में शिवसेना नेता अदित्य ठाकरे ने कहा था कि उनकी पार्टी द्रोपदी मुर्मू को समर्थन करने वाली है. उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा आदिवासियों को सपोर्ट किया है.


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