Assam: यह मुस्लिम कारीगर बना रहा है 30 सालों से दुर्गा पूजा के लिए मूर्तियां!

मो0 अल्ताफ अली Sat, 24 Sep 2022-6:17 pm,

DurgaPuja 2022: दुर्गा पूजा (DurgaPuja) के लिए महज कुछ ही दिन बाकी है, और लगातार दुर्गापूजा के लिए मुर्तियां बनाई जा रही है. ऐसे में एक नाम जो असम के हर इंसान की जुबान पर है वह है नूरुद्दीन अहमद (Nurul Ahmad) का, दुर्गा पूजा के समय में पूरे असम में नूरुद्दीन अहमद दुर्गापूजा के लिए मुर्तियां और पंडाल बनाने का काम करते हैं. पिछले साल दुर्गापूजा के लिए मुर्तियां के साथ साथ डायनोसोर के जुरासिक पार्क भी नूरुद्दीन अहमद ने बनाए थे. परंतु इस बार 2 साल के कोविड-19 महामारी के बाद नूरउद्दीन अहमद एक खास पूजा पंडाल और डेकोरेशन की मूर्तियां बनाने जा रहे हैं. इस बार "कंबोडिया" जो एक देश है उसी देश के बुद्धा धर्म के प्रसिद्ध मंदिर जो "कंबोडिया" में हैं उसका डिजाइन इस बार असाम की गुवाहाटी में दुर्गा पूजा पंडाल में बनाने जा रहे हैं. नूरुद्दीन अहमद ने पहली बार एक विदेशी बौद्ध मंदिर को जो अभी टूटा हुआ है. हूबहू उसका नकल गुवाहाटी के विष्णुपुर में बनाने जा रहे हैं. इसी बौद्ध मंदिर के निर्माण कार्य में लगे हुए हैं नूरुद्दीन अहमद. इसी पर नूरुद्दीन अहमद से ज़ी सलाम ने की खास बातचीत बातचीत के दौरान उन्होंने कहा है कि मैं इस बार देश के बाहर कंबोडिया देश के एक टूटे हुए बुद्ध मंदिर के ढांचे को गुवाहाटी के विष्णुपुर में निर्माण कर रहा हूं. जो एक ऐतिहासिक मंदिर थी कंबोडिया में वह अभी कंबोडिया में टूटा हुआ है उसके हूबहू नकल हम बना रहे हैं गुवाहाटी के विष्णुपुर में, क्योंकि पिछले कई सालों में हमने कुछ ना कुछ नया बनाया था. परंतु पिछले 2 साल कोविड-19 के बाद इस बार हम कंबोडिया के टूटे हुए मंदिर का एक भाग गुवाहाटी के विष्णुपुर में बनाने जा रहे हैं. उसमें बड़े-बड़े बौद्ध के मूर्ति भी रहेंगे साथ-साथ हमने पंडाल और मूर्तियों की डेकोरेशन का काम भी जोरदार से शुरू कर दी है. देखा जाए तो नूर उद्दीन अहमद एक मुसलमान कलाकार होते हुए भी पिछले 30 सालों से पूरे असाम के साथ-साथ गुवाहाटी में भी दुर्गा पूजा के पंडाल और मूर्ति डेकोरेशन करते आ रहे हैं.

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