प्लेटफॉर्म टिकट से कितना कमाती है Indian Railway?, कीमत बढ़ाने की क्या है वजह
Indian Railways: भारत में परिवहन का सबसे बड़ा और आसान साधन Indian Railway है. त्योहारों के वक्त ट्रेनों में भीड़ इतनी बढ़ जाती है कि रेलवे को कई स्पेशल ट्रेन चलानी पड़ती है. वहीं आमतौर पर रेलवे स्टेशन पर किसी को पहुंचाने या रिसीव करने जाने वाले लोगों को प्लेटफॉर्म टिकट लेना होता है. त्योहारों के समय ज्यादा लोग आते-जाते हैं, तो यह संख्या काफी ज्यादा हो जाती है. तो दिवाली के मौके पर स्टेशनों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे ने प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ा दिए हैं. ज़्यादातर डिवीजन में 10 रुपये में मिलने वाला प्लेटफॉर्म टिकट 30 रुपये का मिल रहा है. दूसरी तरफ, पश्चिमी रेलवे के मुंबई सेंट्रल डिवीजन ने प्लेटफॉर्म टिकट का दाम सीधे 50 रुपये कर दिया है. और ये दाम 31 अक्टूबर तक लागू रहेंगे. रेलवे का कहना है कि दिवाली जैसे त्योहार के मौके पर भीड़ को कम रखने के लिहाज से यह फैसला लिया गया है. इससे पहले, कोरोना महामारी के दौरान भी भीड़ कम रखने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट के दाम बढ़ाए गए थे. बाद में इसे घटाकर फिर 10 रुपये कर दिया गया था. रेलवे ने मुंबई सेंट्रल, दादर, बोरिवली, बांद्रा टर्मिनस, वापी, वलसाड, उढना और सूरत में प्लेटफॉर्म टिकट के दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिए हैं. दिल्ली के नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल, हज़रत निजामुद्दीन, दिल्ली सराय रोहिल्ला और गाजियाबाद स्टेशनों पर भी प्लेटफॉर्म टिकट के दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिए गए हैं. वहीं, दक्षिण रेलवे के एमजीआर चेन्नई सेंट्रल, चेन्नई इग्मोर, तंबरम, कटपाड़ी, चेंगलपट्टू, अराक्कोणम, तिरुवल्लूर और अवाडी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट के दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दिए गए हैं.