Mulayam Singh Yadav Death: मुलायम सिंह यादव के निधन पर झलका अरविंद सिंह गोप का दर्द!
Mon, 10 Oct 2022-8:40 pm,
Neta Ji Mulayam Singh Yadav Death News Live Updates: समाजवादी पार्टी (SP) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ( Mulayam Singh Yadav) का निधन हो गया है. आज सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली. मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर सुनते ही समाजवादी पार्टी के साथ ही बाकी पार्टियों में भी शोक की लहर दौड़ गई. राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ देश व प्रदेश के हर नेता ने उनके निधन पर दुख जताया है. वहीं इस बीच सपा नेता और अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अरविंद सिंह गोप भी मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर सुनकर अपना दुख संभाल नहीं सके और फूट-फूटकर रोने लगे. उन्होंने कहा कि आज हम लोगों ने अपना अभिभावक खो दिया है. अरविंद सिंह गोप ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता के लिये यह बहुत बड़ा सदमा और दुख का समय है. मुलायम सिंह यादव हम लोगों के अभिभावक थे. आज हम लोग जो भी हैं केवल उन्हीं की बदौलत हैं. आज हम सब अपने नेता को खोकर बहुत ज्यादा दुखी हैं. हमारी ईश्वर से यही प्रार्थना है कि नेताजी की आत्मा को शांति मिले और समाजवादी पार्टी परिवार इस सदमे को बर्दाश्त करें नेताजी हमारे लिये हमेशा अमर रहेंगे. हम लोगों के पास कहने के लिये कोई शब्द नहीं बचे हैं. हमने अपना अभिभावक खो दिया है. मुलायम सिंह यादव जैसा नेता पहने न कभी पैदा हुआ था और आगे न कभी पैदा होगा. हमने गरीब, किसान और नौजवानों के मसीहा को खो दिया है. हम अपने श्रृद्धासुमन अपने नेती जी को अर्पित करते हैं. गोप ने कहा कि मुलायम सिंह यादव किसी से भी दिल से जुड़ते थे. हर कार्यकर्ता को यह भरोसा रहता था कि उनका नेता उनके पीछे है वह हमें कोई परेशानी नहीं होने देगा. अरविंद सिंह गोप ने कहा कि हम जैसे तमाम नौजवानों को उन्होंने विधानसभा पहुंचाया और मंत्री बनवाया. संघर्ष के दिनों में नेता जी ने हमेशा हम लोगों का हौसला बढ़ाया है. मुलायम सिंह यादव के न रहने से उत्तर प्रदेश और देश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. नेता जी देश के हर दल में प्रिय थे. हर गरीब, किसान और नौजवान उनको अपना मसीहा मानता था. ऐसे नेता युगों-युगों के बाद पैदा होते हैं. उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव का न रहना देश और प्रदेश की बड़ी राजनीतिक क्षति है.