Superbugs: अगर आप भी खाते हैं एंटीबायोटिक दवाई तो हो जाएं सावधान, वरना हो सकता है सुपर बग्स!
इरम ख़ान Fri, 09 Sep 2022-9:24 am,
Superbugs Antibiotics: क्या आप भी थोड़ी सी तबियत बिगड़ने पर एंटीबायोटिक दवाओं का झट से इस्तेमाल करने लगते हैं. अगर ऐसा है तो ये खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है. सर्दी-खांसी हो या कोई और बीमारी अक्सर लोग डॉक्टर की सलाह लिए बिना मन मुताबिक एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल करने लगते हैं. और इन्हें इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होता की इस तरह दवाओं का सेवन उनके लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है. आपको बता दें की ज़्यादा दवाएं खाने से सुपर बग्स बनते हैं, जिनके इंफेक्शन का कोई इलाज नहीं होता. और आपको शायद ये जान कर हैरानी होगी की चाट पकौड़ी की तरह एंटीबायोटिक दवाएं खाने की फेहरिस्ट में हिंदुस्तान न.1 पर आता है. ये हम यूं ही नहीं कर रहे. ये रिपोर्ट शाय हुई है मशहूर मेडिकल जर्नल The Lancet में.लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लोग एंटीबायोटिक दवाओं का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. इसकी वजह से बैक्टीरिया में एंटीबॉडी के लिए रेज़िस्टेंस बढ़ रहा है और वो पहले से ज्यादा ताकतवर हो रहे हैं. आमतौर पर एंटीबॉयोटिक दवा तब दी जाती है, जब शरीर में बैक्टीरियल इन्फेक्शन की पूरी तरह तसदीक हो जाए और इसके लिए मेडिकल जांच करवाना या डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है. रिपोर्ट में एक और खतरनाक बात सामने आई है. भारत में ली गई 44 फीसद ब्रांडेड एंटीबायोटिक दवाओं को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन ने मान्यता ही नहीं दी थी. भारत में एंटीबायोटिक दवाओं के 1 हज़ार अट्ठानवे अलग-अलग फॉर्मूलेशन और 10 हजार से ज़्यादा ब्रांड हैं. इनमें से सिर्फ 46 फीसद ब्रांड ही दवाओं को मंजूरी देने वाली सेंट्रल एजेंसी से मंज़ूरशुदा हैं. कई ब्रांड को मंजूरी नहीं मिलती, लेकिन इसके बावजूद वो रियात से मार्केटिंग लाइसेंस ले लेते हैं. इस तरह मरकज़ी और रियासती ताकतों के बीच फैले भ्रम की वजह से दवा कंपनियां इसका फायदा उठा रही हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि साल 2019 से पहले देश के ज्यादातर प्राइवेट अस्पताल मरीजों को जरूरत से ज्यादा एंटीबायोटिक लिख रहे थे. ज़ाहिर है कोविड के दौरान ये परेशानी और ज़्यादा बढ़ गई. ज्यादातर लोग सोचते हैं कि एंटीबायोटिक दवाओं को बार-बार लेने से भी कोई नुकसान नहीं होता. इसीलिए जरा-सी परेशानी होते ही लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए एंटीबायोटिक ले लेते हैं. लेकिन लंबे वक्त तक बार-बार एंटीबायोटिक लेने से बैक्टीरिया प्रतिरोधी हो जाते हैं, जिससे उन पर एंटीबायोटिक दवा का असर कम होने लगता है. इसे मेडिकल साइंस में एक सिरियर प्रॉब्लम माना जाता है. इसके अलावा ज्यादा एंटीबायोटिक लेने से पेट से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं, और शरीर के किसी हिस्से में एलर्जी भी हो सकती है....