कौन था ख़ुदा नूर जिसको इंसाफ दिलाने के लिए बेंगलुरु की सड़कों पर बैठी निको?
Nov 18, 2022, 18:56 PM IST
Hijab Protest: ईरान में पिछले दिनों मेहसा अमीनी (Mahsa Amini) की पुलिस हिरासत के दौरान हुई मौत के बाद से दुनिया भर में हिजाब के ख़िलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोला हुआ है. कई देशों की दिग्गज महिलाओं ने हिजाब के ख़िलाफ अपने बाल भी काटे और जगह-जगह पर प्रदर्शन किए. प्रदर्शन की यह आग अब हिंदुस्तान भी पहुंच चुकी है. बेंगलुरु में एक ईरानी महिला फुटपाथ पर बैठकर हिजाब के ख़िलाफ प्रोटेस्ट कर रही है. बेंगलुरु के फुटपाथ पर प्रोटेस्ट कर रही महिला का नाम निको (Niko) बताया जा रहा है. यह महिला गुरुवार शाम अकेली ही बेंगलुरु की चर्च स्ट्रीट में धरना दे रही थी. इस दौरान उसने अपने दोनों हाथों को एक पोल से लपेट रखा था. ऐसा निको ने इसलिए किया क्योंकि उसका एक दोस्त ख़ुदा नूर (Khuda Noor) हिजाब के विरोध में ईरान की फौज की बर्बरता का शिकार हुआ था. सेना ने उसे पोल से बांध कर इतना मारा था कि उसकी मौत हो गयी थी. निको इस तरह बैठने को "ख़ुदा नूर" पोज़ीशन कहती है. इस तरह बैठ कर वो उस दर्द को महसूस करना चाहती हैं, जिसे ख़ुदा नूर और उस जैसे अनगिनत लोगों ने महसूस किया जो इस आंदोलन में मारे गये.